कार्यक्रम में मोजूद सीएम धामी

सात मिनट की बगवाल के हजारों बने साक्षी, सीएम ने दी ये सौगातें

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चार खाम और सात थोकों के बीच 10 क्विंटल से अधिक फलों से खेली गई बगवाल
चम्पावत। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को चंपावत जिले के देवीधुरा स्थित मां वाराही धाम में लगने वाले प्रसिद्ध बगवाल मेले में प्रतिभाग किया। इस दौरान मुख्यमंत्री धामी ने माँ वाराही मंदिर में विधि विधान से पूजार्चना कर राज्य की खुशहाली की कामना की एवं मां वाराही धाम में चार खाम सात थोक के बीच खेले जाने वाले प्रसिद्ध पाषाण युद्ध के साक्षी बने।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह स्थान आध्यात्मिक रूप से जितना समृद्ध है प्राकृतिक रूप से भी उतना ही अधिक मनोरम है। इस अलौकिक भूमि का न केवल ऐतिहासिक महत्व रहा है बल्कि इस क्षेत्र का पौराणिक महत्व भी किसी से छिपा नहीं है। उन्होंने कहां की संस्कृति की महानता के विषय में आम लोगों को जागृत करने का काम हमारे ऐतिहासिक मेले करते हैं और बगवाल का यह ऐतिहासिक मेला भी इसी का एक अनुपम उदाहरण है। इस प्रकार के मेले से हमारी लोक संस्कृति और लोक परंपराओं को बढ़ावा देने के साथ-साथ हमारे लोक कलाकारों को भी बढ़ावा मिलता है। इस विरासत को संभाले रखना हम सभी का परम कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि मेले हमारे समाज को जोड़ने तथा हमारी प्राचीन संस्कृति और परंपराओं के बारे में नई पीढ़ी को जागरूक करने में भी अपनी अहम भूमिका निभाते हैं।
इससे पूर्व देवीधुरा आगमन पर मुख्यमंत्री ने मेला स्थल में लगाए गए विभिन्न विभागों के सरकारी स्टालों का निरीक्षण कर अधिकारियों से आवश्यक जानकारी लेते हुए कहा कि प्रत्येक जनमानस तक सरकार की योजनाओं का लाभ पहुंचे इस क्षेत्र में अधिकारी तत्परता से कार्य करें।

2 बजकर 14 मिनट पर शुरू हुई बगवाल, सात मिनट चली
गुरुवार को पाटी ब्लॉक के मां बाराही धाम देवीधुरा खोलीखांड डुवाचैड़ मैदान पर सुबह प्रधान पुजारी द्वारा पूजा अर्चना की गई। जिसके बाद 12 बजकर 40 मिनट से एक एक कर सभी चारों खामों तथा सात थोक के बगवालियों का आगमन हुआ। सबसे पहले सफेद पगड़ी में वालिक खाम ने मंदिर में प्रवेश किया। उसके बाद 1ः08 मिनट में गुलाबी पगड़ी पहने चम्याल खाम ने प्रवेश किया। उसके बाद 1ः36 मिनट पर गहड़वाल खाम ने मंदिर में प्रवेश किया। सबसे आखरी में पीली पगड़ी पहने लमगड़िया खाम ने प्रवेश किया। सभी खामों के प्रवेश के बाद प्रधान पुजारी द्वारा मंदिर से शंखनाद किया गया जिसके बाद 2ः14 मिनट पर बगवाल शुरू हुई। बगवाल शुरू होते ही माँ के जयकारों से पूरा खोलीखाण दुवाचैड़ मैदान के साथ पूरा मंदिर गुंजियमान हो गया। पीठाचार्य पंडित कीर्ति बल्लभ जोशी का कहना है कि फल फूलों से चार खाम और सात थोकों के बीच खेली जाने वाली यह बगवाल देखने वालों के लिए भी फलदाई है बताया कि इस बार 10 क्विंटल से अधिक फलों से खेली गई।

सीएम धामी ने ये की घोषणाएं
- प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पाटी का उच्चीकरण-मानकों का परिक्षण कर टाइप ए से टाइप बी में किया जाएगा।
- प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र देवीधुरा सुविधाओं का उच्चीकरण, एम्बुलेंस की तैनाती, व आवासीय परिसर का सुधारीकरण किया जाएगा।
- नगर पंचायत पाटी की स्थापना की जाएगी
- कालसन ठाठा मोटर मार्ग से बनोली सुदर्का ठाठा मार्ग का सुधारीकरण किया जाएगा।
- देवीधुरा मेला बगवाल हेतु यथोचित धनराशि दी जाएगी।
- चैड़ाख्याली सीम मोटर मार्ग, पनियां रीठाखाल मोटर मार्ग 02 किमी का निर्माण किया जाएगा।
- मेरौली से करौली मोटर मार्ग सुधारीकरण व मेरौली में रतिया नदी में पुल निर्माण किया जाएगा।
- तुंगीधार सकदेना टाकबलवाड़ी अ0जा0 बस्ती में 3 किमी सड़क का निर्माण किया जाएगा।
- ज्योसुड़ा से निलोटी से क्विड़ागांव 02 किमी मोटरमार्ग का निर्माण किया जाएगा।

ये लोग रहे मौजूद
इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी ने भी मां बाराही के दर्शन कर सभी की खुशहाली की कामना की तथा जनता को संबोधित किया।
इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष ज्योति राय, भाजपा जिलाध्यक्ष निर्मल मेहरा, ब्लॉक प्रमुख सुमनता, पूर्व विधायक पूरन सिंह फत्र्याल, बाराही मंदिर समिति संरक्षक लक्ष्मण सिंह लमगड़िया, अध्यक्ष मोहन सिंह बिष्ट, पूर्व अध्यक्ष खीम सिंह लमगड़िया, हयात सिंह मेहरा, मोहन सिंघवाल, रोशन लमगड़िया, राजेन्द्र बिष्ट, गिरीश सिंघवाल, ईश्वर सिंह बिष्ट, प्रकाश मेहरा, चेतन चम्याल, गौरव सिंघवाल, अमित लमगड़िया, गोगुल कोहली, नवीन मेलकानी तथा प्रशासन से जिलाधिकारी नवनीत पांडे, पुलिस अधिक्षक देवेन्द्र पींचा, सीडीओ आरएस रावत, एडीएम हेमंत वर्मा, एसडीएम सौरभ असवाल सहित जनप्रतिनिधि आदि उपस्थित रही।

मेले में मौजूद श्रद्धालु
मेले में मौजूद श्रद्धालु

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