कमिश्नर दीपक रावत के निरीक्षण में हुआ खुलासा, पुनः शौचालय बनाने के निर्देश
नैनीताल। सरकार की लाख कोशिशों के बाद भी तमाम सरकारी अफसर भ्रष्टाचार और नियम विरुद्ध काम करने से बाज नहीं आ रहे हैं। नैनीताल में भी एक ऐसा ही मामला सामने आया है। जहाँ सरकारी अफसर की मिलीभगत से विकास प्राधिकरण की ओर से बना गए शौचालय को कमरे में बदल कर पर्यटकों को किराये पर देना शुरू कर दिया गया। कमिश्नर दीपक रावत के निरीक्षण के दौरान मामला पकड़ में आया। इस पर कमिश्नर ने कड़ी फटकार लगाते हुए पुनः शौचालय निर्माण करने के निर्देश दिए हैं।
बुधवार को कुमाऊँ आयुक्त दीपक रावत ने अचानक नैनीताल के तल्लीताल बस अड्डे पहुंचकर निरीक्षण के दौरान पाया कि बस अड्डे मे प्राधिकरण नैनीताल की ओर से शौचालय बनाया गया था। जिसका संचालन बायोटैक कम्पनी को दिया था। कम्पनी संचालकों की ओर से उपरोक्त शौचालय को कमरे में तबदील कर अवैध रूप से परिवहन विभाग के इंर्चाज पूरन सिंह मेहरा की मिली भगत से पर्यटकांे को प्रतिदिन तीन हजार के हिसाब से किराये पर दिया होना पाया गया। इसे रावत ने गम्भीरता से लेते हुए आवश्यक कार्रवाई करते हुए आरएम परिवहन एवं सचिव विकास प्राधिकरण का जवाब तलब किया। इस दौरान पाया गया कि शौचालय को अवैध रूप से कमरे में परिवर्तन किया गया था। जहॉ पर छ यूरियल एक महिला टॉयलेट सीट लगी हुई थी। जिसे आयुक्त ने मौके पर ही तोड़ने के आदेश देते हुए पुनः शौचालय बनाने के निर्देश दिये।

