गोसदन निर्माण के लिए नैनीताल जिले में 04 स्थलों पर भूमि चिन्हित
हल्द्वानी। आवारा पशु सड़कों में दुर्घटनाओं का सबब बने हुए हैं। सड़कों में घूमते ये आवारा जानवर कई लोगों को चोटिल कर चुके हैं तो वहीं यातायात के दौरान स्वयं भी घायल हो रहे हैं। ऐसे में डीएम के निर्देश पर अब पशुपालन विभाग और नगर निगम की टीम ने पहल की है। दो दिनों में टीम 61 पशुओं की टैगिंग और स्वास्थ्य परीक्षण कर गोसदन भेज चुकी है।
मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. डीसी जोशी ने बताया कि जनपद में सड़कों पर निराश्रित पशुओं को विशेष कर गोवंश पशुओं की संख्या बहुतायत है। इन पशुओं की वजह से आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं। यहां तक की कई गंभीर दुर्घटनाएं हुई हैं ऐसे में घटित होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने तथा ऐसे पशुओ को पंजीकृत गौशालाओं में भेजे जाने की कार्रवाई की जा रही है।
नगर निगम व पशुपालन की टीम ने सोमवार से चलाई गई इस मुहिम ममंगलवार शाम 05 बजे तक कुल 61 पशुओं को गोसदन में भेजा गया। पशुओं को गोसदन में भेजने से पूर्व पशुपालन विभाग द्वारा पशुओं की टैगिंग व स्वास्थ्य परीक्षण कर हेल्थ सर्टिफिकेट जारी किया जा रहा है। इससे शहर में पशुओं से लगने वाले जाम व सड़क दुर्घटनाओं को रोकने में मदद मिलेगी व पशुओं को रहने व पशु आहार की बेहतर व्यवस्था मिल सकेगी।
उन्होंने बताया कि जनपद में कुल पांच पंजीकृत गौसदन है जिसमें कुल 225 गोवंशीय पशुओं को रखने की क्षमता है। नैनीताल जनपद में गोसदनों के लिए 04 स्थलों पर भूमि चिन्हीकरण का कार्य किया गया है। इन स्थलों पर कुल रुपये 1066 लाख की डीपीआर तैयार की गई है व तैयार होने वाले गोसदन में 1200 पशुओं की क्षमता विकसित की जायगी।