जिला कारागार परिसर में आयोजित हो रहा दस दिवसीय फास्ट फूड उद्यमी प्रशिक्षण
नैनीताल। गलत संगत के चलते कारावास की सजा काट चुके लोग जेल से बाहर निकलने पर अपने पैरों पर खड़े हो सकें, इसके लिए जेल प्रशासन कोशिश कर रहा है। वहीं बड़ौदा आरसेटी ने उन्हें प्रशिक्षण देने की जिम्मेदारी उठाई है।
बड़ौदा स्वरोजगार विकास संस्थान, हल्द्वानी के निदेशक प्रदीप प्रदीप सिंह यर्सो ने बताया कि बीती 19 फरवरी से जिला कारागार परिसर, नैनीताल में कैदियों को फास्ट स्टाल उद्यमी का दस दिवसीय प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इस दौरान युवा कैदियों को फास्ट फूड व्यवसाय शुरू करने और बैंकिंग से जुडी जानकारी दी जाएगी।
बताया कि प्रशिक्षण का शुभारंभ एलडीएम नैनीताल केआर आर्या, संजीव सिंह ह्यांकी जेल अधीक्षक, रितु आर्या जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ने दीप प्रज्वलित कर किया और प्रशिक्षणार्थियों को स्वरोजगार के लिए प्रेरित किया।
वहीं एलडीएम केआर आर्या ने प्रशिक्षणार्थियों को गंभीरतापूर्वक प्रशिक्षण लेने को पे्रेरित किया गया व इस नई पहल के लिए आरसेटी व प्रशिक्षणार्थियों को शुभकामनाएॅं दी गयी। जेल अधीक्षक ह्यांकी ने सभी प्रशिक्षणार्थियांे को प्रशिक्षण के दौरान अधिक से अधिक सीखने हेतु प्रेरित किया गया। ताकि प्रशिक्षण पश्चात् उसका उचित लाभ हो। रितु आर्या ने जिला विधिक सेवा प्राधिकरण केे कार्योें की विस्तृत जानकारी दी।
संस्थान के संकाय सदस्य हेम कृष्ण सिंह एवं नरेन्द्र सिंह पिलख्वाल ने प्रशिक्षणार्थियों का स्वागत किया गया और संस्थान व प्रशिक्षण के बारे में विस्तृत जानकारी दी गयी। प्रशिक्षण पश्चात् प्रमाण पत्र उपलब्ध कराया जायेगा एवं दो वर्ष तक लगातार फाॅलोअप भी किया जायेगा।