कुमाऊं जनसन्देश डेस्क
नैनीताल। मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों को कोरोना संक्रमण को जन समुदाय में फैलने से रोकने के लिए संदिग्ध तथा क्वारंटाइन व्यक्तियों की गहनता से निगरानी एवं परीक्षण के निर्देश दिए हैं। मुख्य सचिव ने शनिवार को कोरोना संक्रमण की रोकथाम व नियंत्रण कार्यो की समीक्षा की। वहीं उन्होंने जिलाधिकारी सविन बंसल के सुझाव पर सभी जिलाधिकारियों से कोविड-19 ड्यूटी में लगी आशाओं, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को प्रोत्साहन राशि देने के लिए प्रस्ताव प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी डीएम तथा पुलिस विभाग के अधिकारियों को सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन करने वाले तथा मास्क न पहनने वाले व्यक्तियों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई करने एवं नियमानुसार मुकदमा पंजीकृत करने के निर्देश दिये। उन्होंने 65 वर्ष से अधिक आयु के वृद्ध व्यक्तियों व 10 वर्ष से कम आयु के बालको तथा गर्भवती महिलाओं को अनावश्यक बाहर न निकलने, जन समुदाय के बीच न जाने की सलाह दी।
उन्होंने राज्य में कोरोना संक्रमण मृत्यु दर में कमी लाने के लिए पाॅजिटिव व्यक्तियों का गहनता से स्वास्थ्य परीक्षण के साथ ही विशेष रूप से देख-भाल करने एवं सतर्कता बरतने के निर्देश दिए। उन्होंने बागेश्वर, पिथौरागढ़ तथा पौड़ी के जिलाधिकारियों को जनपद में कोरोना टेस्टिंग बढ़ाने के निर्देश दिए। वहीं जिलाधिकारी सविन बंसल के सुझाव पर जिलाधिकारियों से कोविड-19 ड्यूटी में लगी आशाओं, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को प्रोत्साहन राशि देने के लिए प्रस्ताव प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।
वीसी में मण्डलायुक्त अरविन्द सिंह ह्यांकी ने मंडलभर में संक्रमण से बचाव की तैयारियों की जानकारी दी। वहीं, जिलाधिकारी सविन बंसल ने कोविड-19 ड्यूटी में तैनात आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को इनसेंटिव देने का प्रस्ताव रखने के साथ ही जनपद के लिए अतिरिक्त पुलिस बल के रूप में जनपद में उपस्थित आईआरबी तथा पीएससी बटालियन को लगाने की मांग की। उन्होंने जनपद में कोविड-19 व डेंगू के प्रभावी नियंत्रण एवं रोकथाम के लिए किए जा रहे कार्यो, जनपद में उपलब्ध उपकरणों की विस्तार से जानकारी दी। वीसी में अपर आयुक्त संजय खेतवाल, संयुक्त निदेशक एटीआई नवनीत पाण्डे आदि उपस्थित थे।