बच्चों के साथ डीएम सविन बंसल (फाइल फोटो)

डीएम बंसल के काम के प्रति जज्बे और लगन से बदल रही जिले की तस्वीर

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जिलाधिकारी आइएएस सविन बंसल धरातल पर काम करने वाले चुनिंदा अफसरों में से एक हैं। एक बार जो कहा या कार्ययोजना बनाई उसे मूर्त रूप देने तक लगातार उसकी मानिटरिंग करना जिलाधिकारी बंसल की आदत में शुमार है। डीएम की इसी सोच और जनसमस्याओं के निस्तारण के प्रति जज्बे का नतीजा है कि आज जिले में शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र में काफी सकारात्मक बदलाव हुए हैं। इन बदलावों का आम जनता के साथ ही शिक्षा ग्रहण कर रहे बच्चों को बखूबी मिल रहा है।
योगेश मिश्रा
नैनीताल। जिलाधिकारी सविन बंसल का मानना है कि शिक्षा किसी भी उन्नत राष्ट्र की आधारशिला है। शिक्षा न सिर्फ व्यक्ति के सर्वागींण विकास का माध्यम है वरन यह एक विचारशील समुन्नत सांस्कृतिक सभ्य राष्ट्र का निर्माण भी करती है। भारतीय समाज को उसके आदर्श मूल्य आधारित सामाजिक परम्पराओं संवेदनशीलता सहिष्णुता का विकास करने में सक्षम प्राचीन शिक्षा के कारण ही विश्व गुरू कहे जाने का गौरव प्राप्त रहा है।
एक साल के अल्प समय में बंसल ने स्वास्थ्य के साथ ही शिक्षा तरजीह दी तथा जनपद के शहरी इलाकों के अलावा दुर्गम पर्वतीय क्षेत्रों मंे संचालित शासकीय विद्यालय की व्यवस्थाआंे में सभी आधारभूत सुविधायंे पहंुचाई। उनके प्रयासों से सभी सरकारी विद्यालयों मंे जो अभूतपूर्व परिवर्तन हुये उसका नतीजा यह रहा है कि इन विद्यालयों मंे पढ़ने वाले बच्चों मंे शिक्षा के प्रति रुचि बड़ी और विद्यालयों में छात्र-छात्राओं की संख्या मंे इजाफा हुआ।
बंसल के प्रयासोें से जिले के विद्यालयों में ग्लोब, एटलस, डिक्शनरी क्रय की गई। प्रत्येक विद्यालय में महापुरुषों की जीवनियां की पुस्तकों का बच्चे रुचि के साथ अध्ययन कर रहे हैं। इससे बच्चोें मंे नेतृत्व एवं राष्ट्रीय मूल्यों का विकास सम्भव हुआ है। बंसल के प्रयासों से जनपद के समस्त राजकीय प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालयों में पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था सुनिश्चित किये जानेे के लिए प्रत्येक कक्षा-कक्ष में न्यूनतम 10 वाट के दो एलईडी भी लगाये गये हंै। डीएम बंसल का मानना है कि बच्चांे के शारीरिक विकास के लिए अध्ययन के साथ खेल भी जरूरी है। जनपद के विद्यालयोें में खेल मैदानोें का विकास किया गया है तथा खेल सामग्री भी उपलब्ध कराई गई है।
प्राथमिक स्तर के विद्यालयोें मंे झूले सीसाॅ. लगाये गये हैं तथा माध्यमिक विद्यालयोें मंे वालीबाल कोर्ट, बास्केटबाल कोर्ट, क्रिकेट प्रैक्टिस विथ नेट का भी निर्माण किया जा रहा है। अध्ययनरत बच्चों मंे आयरन की कमी न हो इसके लिए प्रत्येक विद्यालय में मध्याहन भोजन के तहत सब्जी पकाने के लिए लोहे की कड़ाइयां उपलब्ध करायी हैं।
जनसामान्य को अपने बच्चों को राजकीय विद्यालयों में प्रवेश दिलाये जाने को आकर्षित करने के प्रयास जिलाधिकारी द्वारा किये गये हैं। स्कूलोें में निशुल्क गणवेश, मध्याहन भोजन गतिविधि शिक्षण खेल सामग्री निशुल्क पुस्तकें, पर्याप्त फर्नीचर, अनुभवी शिक्षक, पुस्तकालय जैसी जानकारियां विद्यालय की दीवारों पर सूचना प्रधान पेंटिग्स के माध्यम से दी जा रही हैं। जिलाधिकारी के दिशा निर्देशन मे ई-लर्निंग कक्षाओं के संचालन के लिए डीएम कैम्प हल्द्वानी में ई-लर्निग स्टूडियो की स्थापना की गई है। इस स्टूडियो में अनुभवी अध्यापकों द्वारा ई कंटैंन्ट तैयार किया जा रहा है। समग्र शिक्षा विद्यालय अनुदान मद से जिले 75 विद्यालयो द्वारा ई-लर्निंग के लिए स्मार्ट एलईडी टीवी क्रय कर लिये गये हैं।
जिले के प्रत्येक विद्यालय की आवश्यकताआंे को चिन्हित करते हुए विद्यालय में भौतिक एवं शैक्षणिक परिदृश्य के उन्नयन के लिए उत्कर्ष के प्रयास के माध्यम से विभिन्न गतिविधियां संचालित की जा रही है। जिलाधिकारी बंसल ने जिले के सरकारी स्कूलों हाईटैक एवं सुविधाओं से युक्त बनाने के लिए लगभग 14 करोड़ 78 लाख की धनराशि विगत वर्ष स्वीकृत की थी। जिसमें से विद्यालयों के सौन्दर्यीकरण एवं निर्माण कार्यो के लिए 808.249 लाख की धनराशि जारी की है, जिसमें से कक्षा-कक्षों के लिए 78.50, विज्ञान प्रयोगशालाओं के 225.555, विद्यालय प्रयोगशालाओं के 11 लाख, आर्ट एवं क्राप्ट कक्षों के लिए 221.592 लाख, पुस्तकालय कक्षो के लिए 181.432 लाख,कम्प्यूटर कक्षों के लिए 37.73 लाख, भौतिक विज्ञान प्रयोगशालाओं के लिए 28.84 लाख, शौचालयों तथा दिव्यांग बच्चों की सुविधा के लिए 23.58 लाख की धनराशि जारी की है।
जिलाधिकारी ने बीते समय में जनपद के दुर्गम पहाड़ी इलाकों मंे जाकर विद्यालयों को देखा। निरीक्षण के दौरान उन्होंने बच्चों के सामने ड्रोन का प्रदर्शन कराया तथा डाटा प्रोजेक्टर के माध्यम से फिल्मों एवं शिक्षण सामग्री का प्रदर्शन जब स्क्रिन पर कराया तो बच्चे खुशी से झूम उठे और उन्हें आधुनिकतम नई दुनिया नई तकनीकी का अहसास एवं ज्ञान हुआ। विद्यालयों की बेहतरी एवं शिक्षा के उन्नयन के लिए जिले का शिक्षा विभाग जिलाधिकारी के इस अभियान में पूर्व रूप से पूर्ण निष्ठा के साथ तत्पर है।

योगेश मिश्रा
योगेश मिश्रा

नोट- लेखक योगेश मिश्रा सूचना विभाग में उपनिदेशक पद पर तैनात हैं। इस लेख के लिए सामग्री शिक्षा विभाग नैनीताल से साभार ली गई है।

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