ऐपण पेंटिंग क्राफ्ट तकनीकी प्रशिक्षण का समापन, बांटे प्रमाण पत्र
कुमाऊं जनसन्देश डेस्क
हल्द्वानी। जिला उद्योग केन्द्र परिसर में मानव विकास संस्थान कार्यक्रम भारत सरकार की ओर से आयोजित दो माह के ऐपण पेंटिंग क्राफ्ट तकनीकी प्रशिक्षण का समापन हो गया है। समापन अवसर पर हथकरघा एवं हस्तशिल्प परिषद, भारत सरकार की सहायक निदेशक नन्दी बिष्ट ने प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण पत्र प्रदान किए। इस अवसर पर प्रशिक्षणार्थियों की ओर से बनाई गई ऐपण की शानदार पेंटिंग देख सहायक निदेशक काफी खुश दिखाई दी। उन्होंने जूट बैग के साथ ही कपड़ों से बनाए आकर्षक बैगों की भी सराहना की। सहायक निदेशक ने इस दौरान जूट निर्माण प्रशिक्षण स्थल के अलावा कुसुमखेड़ा व पनियाली में चल रहे ऐपण प्रशिक्षण स्थलों का निरीक्षण कर प्रसन्नता व्यक्त की।
शुक्रवार को दो माह के ऐपण पेंटिंग क्राफ्ट तकनीकी प्रशिक्षण का समापन जिला उद्योग केन्द्र परिसर में किया गया। इस अवसर पर भारत सरकार की प्रतिनिधि के रूप में आईं हथकरघा एवं हस्तशिल्प परिषद की सहायक निदेशक नन्दी बिष्ट ने जिले में आयोजित ऐपण और जूट बैग निर्माण प्रशिक्षण कार्यक्रमों में तैयार उत्पादों की काफी सराहना की। उन्होंने कहा कि जिस तरीके से सुन्दर और आकर्षक ऐपण डिजाइन और जूट व कपड़े के बैग बनाए गए हैं इससे साफ है कि जिले में प्रशिक्षण कार्यक्रम काफी गंभीरता से कराए जा रहे हैं। इस अवसर पर उन्होंने शिल्पी कार्ड भी वितरित किए। साथ ही बताया कि शिल्पी कार्ड के जरिए प्रशिक्षणार्थी अपने उत्पादों का प्रदर्शन भारत सरकार की ओर से आयोजित मेलों एवं प्रदर्शनी में कर सकते हैं।
मास्टर ट्रेनर पूजा आर्या, रुचि नैनवाल, कंचन सिंह ने लक्ष्मी चैकी, गणेश चैकी, सरस्वती चैकी, विवाह चैकी आदि के बारे में विस्तार से बताया।
जिला उद्योग केन्द्र के महाप्रबंधक विपिन कुमार ने बताया कि इस दो माह के तकनीकी प्रशिक्षण का मुख्य उददेश्य प्रतिभागियों को ऐपण कला में प्रोफेशनल बनाकर आत्मनिर्भर बनाना है। बताया कि प्रतिभागियों द्वारा बनाए गए उत्पादों उत्तराखंड हस्तशिल्प एवं हथकरघा विकास परिषद देहरादून भेजा जाएगा और अच्छे उत्पादों को आनलाइन मार्केटिंग के लिए प्रदर्शित किया जाएगा।
इस अवसर पर प्रबंधक सुनील कुमार पंत, एनपी टम्टा सहित तमाम प्रशिक्षणार्थी मौजूद थे।