हल्द्वानी। बेलबाबा स्थित वाहनों के फिटनेस सेंटर में अनियमितताओं का बोलबाला है। वहां स्वामियों से जमकर वसूली हो रही है। आयुक्त दीपक रावत ने विवादों और शिकायतों को लेकर सुर्खियों में चल रहे फिटनेंस सेंटर में छापेमारी की। छापे में फिटनेस के नाम पर अवैध वसूली होने और दलालों के सक्रिय रहने समेत कई शिकायतें मिली। कहा अवैध वसूली का विरोध करो तो बाउंसर झगड़ने लगते हैं। आयुक्त ने कहा कि ऐसे लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज होगी। उन्होंने अनियमित्ताओं को लेकर आरटीओ संदीप सैनी से भी स्पष्टीकरण तलब किया।
वहीं ट्रक आनर्स समेत विभिन्न संगठनों ने फिटनेस सेंटर बंद कराने की मांग को लेकर सेंटर और आरटीओ दफ्तर में धरना प्रदर्शन किया। चेताया कि मांग पूरी न हुई तो वह शनिवार से हड़ताल पर चल जाएंगे।
आयुक्त दीपक रावत ने छापे के दौरान सेंटर में स्टाफ के अलावा केवल वाहन स्वामी व फिटनेस कराने आने वाले वाहन चालकों को ही प्रवेश कराने, आवाजाही करने वाले संदिग्ध व्यक्तियों की पहचान के लिए महीने भर की सीसीटीवी फुटेज भी तलब की। इस दौरान फिटनेस कराने पहुंचे वाहन स्वामियों ने आयुक्त को बताया कि कुछ संदिग्ध लोग यहां निर्धारित शुल्क से अधिक की वसूली करते हैं। केंद्र के कर्मचारियों की उनसे मिलीभगत है। बुकिंग काउंटर में धनराशि जमा कराने के बाद उनसे अतिरिक्त धनराशि की मांग की जाती है। इस पर आयुक्त ने फिटनेस सेंटर के मैनेजर अनुज को फटकार लगाई और कहा कि भविष्य में इस प्रकार का कृत्य मिला तो एफआईआर दर्ज होगी। ट्रांसपोर्टरों ने बताया गया कि धनराशि देने पर यहां वाहन बिना फिटनेस के ही पास हो जाते हैं।
फिलहाल कमिश्नर दीपक रावत की छापेमारी के बाद से सभी दलाल गायब हो गए हैं। कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने बदहाल व्यवस्था को देखते हुए वहां मौजूद वाहन चालकों से पूछताछ की तो पता चला कि यहां लंबे समय से ओवररेटिंग और दलाली का बोलबाला है।
इस पर आयुक्त ने आरटीओ संदीप सैनी को फिटनेस सेंटर की हर हफ्ते औचक चैकिंग करने को कहा। उन्होंने सेंटर में चप्पे-चप्पे पर सीसीटीवी कैमरे लगाने, कार्यालय के भ्रष्टाचार मुक्त होने संबंधी साईन बोर्ड लगाने, फिटनेस के एवज में लिए जाने वाले शुल्क को बोर्ड में अंकित करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि फिटनेस सेंटर का कोई भी कर्मचारी एजेंटों की दलाली में लिप्त मिला तो दोनों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज होगी। आयुक्त ने आरटीओ से कहा कि वह सीसीटीवी कैमरों के महीने भर का डाटा चैक करें और देखें कि कौन-कौन व्यक्ति लगातार फिटनेस सेंटर में आ रहा है और यहां किससे मिल रहा है। उन्होंने ऐसे लोगों और कर्मचारियों को कैंप कार्यालय में तलब कराने को कहा। आयुक्त ने फिटनेस चैकिंग सिस्टम को भी देखा।