cm dhami

मानस खंड बनने से बदलेगी कुमाऊं की तकदीर, स्वरोजगार को लगेंगे पंख: धामी

उत्तराखण्ड ताजा खबर देश/विदेश देहरादून नैनीताल
खबर शेयर करें

कुमाऊं के करीब 26 मंदिरों को जोड़ते हुए धार्मिक और आध्यात्मिक पर्यटन स्थल के रूप में होगा विकास
कुमाऊ जनसन्देश डेस्क
हल्द्वानी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को हल्द्वानी में मीडिया से मुखातिब होते हुए केंद्र और प्रदेश सरकार द्वारा जनता के हित में चलाई जा रही योजनाओं के संबंध में विस्तार से बताया। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि चारधाम से उत्तराखंड पूरे विश्व में अपनी अलग पहचान बना चुका है। वहीं गढ़वाल में केदारखंड के बाद अब कुमाऊं में मानसखंड बनने से कुमाऊं की तस्वीर बदलेगी। कुमाऊं को संवारने, समृद्ध और आध्यत्मिक बनाने के लिए मानसखंड मंदिर माला मिशन के तहत रोड मैप तैयार किया है। जिसमें कुमाऊं के करीब 26 मंदिरों को जोड़ते हुए धार्मिक और आध्यात्मिक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जा रहा है। जिससे धार्मिकता के साथ पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। वहीं स्थानीय लोगों के बेहतर रोजगार, श्रद्धालुओं और पर्यटकों को कुमाऊं की संस्कृति, सभ्यता को जान सकेंगे। मानसखंड मंदिर माला मिशन योजना के तहत राष्ट्रीय मार्ग-मुख्य मार्ग की सड़कों का और भी बेहतर सुधार होगा। साथ ही कुछ मानसखंडों को हेली सुविधा से भी जोड़ा जाएगा। ये सभी मानसखंड़ों को चार धाम की तर्ज पर विकसित किया जाएंगे। इन मानसखंड़ों के आस पास स्वास्थ्य सुविधा आदि की व्यवस्था की जाएगी। जिससे यहां आने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े।मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि चारों धाम में इस वर्ष करीब 56 लाख से अधिक श्रद्धालओं ने दर्शन किए, जो राज्य ही नहीं बल्कि पूरे भारत के लिए गर्व की बात है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कुछ समय पूर्व पिथौरागढ़ दौरे पर आए थे और 18000 से अधिक फिट की ऊंचाई पर पहुंचने वाले वह पहले प्रधानमंत्री हैं। यहां आदि कैलाश, चीन सीमा पर बसे गुंजी गांव भी पहुंचे। प्रधानमंत्री के दौरे बाद पूरे विश्व में कुमाऊं पूरी तरह अपनी पहचान बना चुका है। इसके बाद सिने स्टार, खिलाड़ियों द्वारा भी सोशल मीडिया पर कुमाऊं के पर्यटक स्थल, मंदिरों आदि के बारे में अपने विचार व्यक्त करते नजर आए। प्रधानमंत्री मोदी के दौरे के बाद विश्व पटल पर छाए आदि कैलाश, जागेश्वर धाम सहित कुमाऊं के अन्य पर्यटक स्थल में पर्यटकों की आवाजाही बढ़ने लगी है। धामी ने कहा कि पर्यटन व तीर्थाटन को बढ़ावा मिले इसके लिए सरकार हर संभव प्रयास कर रही है साथ ही देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों के सुगम आवागमन की व्यवस्था के लिए हर बेहतर विकल्प के प्रयास किया जा रहे हैं विश्व प्रसिद्ध सरोवर नैनीताल को रोप वे से जोड़ने के लिए शुरूआती कार्य शुरू हो चुका है। सरकार कुमाऊं की लोक कला लोक संस्कृति और हथकरघा स्वरोजगार को सांस्कृतिक विरासत के रूप में विस्तार करने पर निरंतर प्रयास कर रही है आने वाले वर्षों में धार्मिक पर्यटन और तीर्थाटन से हमारी संस्कृति को और बल मिलेगा।

 

Follow us on WhatsApp Channel

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *