तमाम राजनैतिक और सामाजिक संगठनों से जुड़े लोगों ने जताया दुख
हल्द्वानी। अल्मोड़ा बारामंडल के पूर्व विधायक, भाजपा के वरिष्ठ नेता, पूर्व मंडी परिषद अध्यक्ष पूरन चंद्र शर्मा का मंगलवार को निधन हो गया। वर्तमान में हल्द्वानी में रह रहे पूरन शर्मा कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे। उनके निधन पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, केन्द्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भटट समेत तमाम राजनैतिक और सामाजिक संगठनों से जुड़े लोगों ने दुख जताया है। बुधवार को स्व. शर्मा का अंतिम संस्कार चित्रशिला घाट रानीबाग में किया जाएगा।
पूरन चंद्र शर्मा 1991 में अल्मोड़ा से विधायक चुने गए 2000 मंे भाजपा उत्तराखंड के प्रदेश अध्यक्ष रहे और बाद में वे उत्तराखण्ड मंडी परिषद के अध्यक्ष भी रहे।
आपातकाल में गिरफ्तार किए गए थे पूरनदा
पहाड़ में पूरनदा के नाम से प्रसिद्ध पूरन चंद्र शर्मा पहाड़ के चुनिंदा जनसंघियों में से एक रहे। खांटी जनसंघी व जनता पार्टी के तेजतर्रार नेता सोबन सिंह जीना की संगत में पूरनदा जेपी आंदोलन में शामिल हुए। आपातकाल में जेल में रहे। 1977 में जनसंघ जनता पार्टी बना। तब सोबन सिंह जीना अल्मोड़ा जिलाध्यक्ष तो पूरन चंद्र शर्मा महामंत्री बनाए गए। 1980 में जनता पार्टी ने भाजपा के रूप में जन्म लिया। तब पूरनदा वर्ष 1989 तक जिला महामंत्री रहे। 1991 में राम लहर के प्रचंड वेग में अल्मोड़ा बारामंडल से विधायक चुने गए और उत्तर प्रदेश में प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में आई कल्याण सिंह की सरकार में पर्वतीय विकास मंत्री बनाए गए। वर्ष 2000 में उत्तरप्रदेश से अलग होकर उत्तराखंड नया राज्य बना तो अटल बिहारी वाजपेयी व लाल कृष्ण आडवाणी की संयुक्त संस्तुति पर पहले प्रदेश अध्यक्ष बनने का गौरव भी पूरन शर्मा के नाम जुड़ा है।