रानीबाग में बनेगी कुमाऊंनी शैली का तोरण द्वार

हल्द्वानी में होंगे कुमाऊं के दीदार, खुलेंगे रोजगार-स्वरोजगार के द्वार

उत्तराखण्ड ताजा खबर देश/विदेश नैनीताल विविध संस्कृति समाज स्वरोजगार

जिलाधिकारी सविन बंसल की अभिनव पहल को शासन की हरी झंडी
कुमाऊं जनसन्देश डेस्क
हल्द्वानी। अब हल्द्वानी से ही कुमाऊं के दीदार हो सकेंगे। पर्यटकों को जल्द ही हल्द्वानी से ही कुमाऊं के बेहद खूबसूरत और नैसर्गिंक सौंदर्य से भरपूर होने की अनुभूति होने लगेगी। रोजगार-स्वरोजगार के बेहतर अवसर मिलेंगे तो वहीं पर्यटन में भी इजाफा होगा। पर्यटन और रोजगार बढ़ेगा तो पलायन पर भी काफी हद तक रोक लग सकेगी। साथ ही हल्द्वानी शहर की खूबसूरती में भी चार-चांद लगेंगे। यह सब जिलाधिकारी आइएएस सविन बंसल की अभिनव पहल पर धरातल पर उतरने जा रहा है।

निरीक्षण करते डीएम बंसल
निरीक्षण करते डीएम बंसल

जल्द ही सुन्दर होने जा रहा है हल्द्वानी शहर
हल्द्वानी शहर जल्द ही बहुत सुन्दर होने जा रहा है। जिलाधिकारी आरएएस सविन बंसल ने अभिनव विजन के साथ नया प्रोजेक्ट जनहित एवं पर्यटकों के हित के लिए तैयार किया है। इस प्रोजेक्ट को उच्च स्तर से हरी झंडी मिल चुकी है। इस योजना पर तकरीबन प्रथम चरण में 10 करोड़ की धनराशि व्यय होगी। जिलाधिकारी की इस सराहनीय पहल से देश दुनिया से आने वाले पर्यटक हल्द्वानी महानगर मे प्रवेश करते ही कुमाऊंनी संस्कृति के दीदार कर सकेंगे। इसी उददेश्य से शहर के चैराहों का पुर्ननिर्माण एवं सुन्दर बनाने का काम किया जायेगा। वहीं मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इस प्रोजेक्ट की सराहना करते हुये शुभकामनायें दी हैं।

चैराहों का ये होगा नया रूप
चैराहों का ये होगा नया रूप

शहर के छह बड़े चैराहे नजर आएंगे नय स्वरूप में
जिलाधिकारी सविन बंसल ने बताया कि हल्द्वानी शहर के छह बड़े व्यस्ततम चैराहों पर न सिर्फ सौन्दर्यीकरण किया जायेगा बल्कि काठगोदाम में गेटवे ऑफ कुमाऊं का भव्य कुमाऊंनी संस्कृति से सुसज्जित एवं आकर्षक तोरण द्वार भी बनाया जाएगा। इस भव्य द्वार पर कुमाऊंनी संस्कृति के अलावा कुमाऊं के दर्शनीय पर्यटक स्थलों जैसे गोलज्यू धाम, जागेश्वर धाम, मायावती आश्रम, कौसानी, डोल आश्रम, मोस्टामानू, मानश्वरोवर, ओम पर्वत आदि की झलक मिलेगी। वहीं छोलिया कलाकारों के आकर्षक नृत्य के चित्र भी डिस्प्ले होंगे।

चैराहों का ये होगा नया रूप
चैराहों का ये होगा नया रूप

पर्यटन में होगा इजाफा, नेशनल पर्यटन हब में मिलेगी पहचान
बंसल का मानना है कि इस तोरण द्वार से प्रवेश करते हुये पर्यटकों को समृद्विशाली कुमाऊंनी संस्कृति की अनुभूति होगी और अपने पर्यतीय क्षेत्र के प्रवास के दौरान इनको देखकर पर्यटक अभिभूत होंगे और मधुर स्मृतियां अपने साथ सजोकर ले जायेंगे। इस प्रकार इस योजना से पर्यटकों की आमद बढे़गी जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर मिलेगे। कुमाऊं को नेशनल पर्यटन हब पर अलग स्थान मिलेगा।

चैराहों का ये होगा नया रूप
चैराहों का ये होगा नया रूप

चैराहों पर होंगे कुमाऊंनी संस्कृति के दर्शन
जिलाधिकारी सविन बंसल कुमाऊं के प्रवेश द्वार हल्द्वानी के प्रमुख चैराहों के सौन्दर्यकरण के लिए शनिवार को मय प्रशासनिक अमले के मौका मुआयना किया। बंसल ने कहा कि कुमाऊं के प्रवेश द्वार हल्द्वानी के चैराहों को इस प्रकार संवारा जायेगा कि चैराहों पर कुमाऊंनी संस्कृति के दर्शन हो सकें। उन्होंने कहा कि देश विदेश से आने वाले सैलानियों को कुमाऊंनी संस्कृति से रुबरू कराने के साथ ही उन्हें स्वतः ही कुमाऊ क्षेत्र आने की अनुभूति प्राप्त होगी। उन्होंने कहा कि चैराहे के सौन्दर्यीकरण से संभावित दुर्घटनाओं में कमी आयेगी। चैराहो का रिएलाइटमंेट भी प्लान का हिस्सा है। जिससे ट्रैफिक का दबाव कम होगा और अतिक्रमण पर रोक लगेगी।

चैराहों का ये होगा नया रूप
चैराहों का ये होगा नया रूप

रानीबाग में बनेगा कुमाऊंनी शैली का तोरण द्वार
बंसल ने रानीबाग में प्रस्तावित तोरण द्वार निर्माण एवं सड़क सौन्दर्यकरण कार्यों का धरातलीय निरीक्षण करते हुए निर्देश दिए कि गेट का निर्माण कुमाऊॅनी शैली में किया जायेगा तथा सड़क किनारे सौन्दर्यकरण हेतु जागर, कुमाऊंनी ऐपण आदि पर आधारित कार्य किये जायेंगे।बंसल ने नरीमन चैराहे के निरीक्षण के दौरान निर्देश दिए कि चैराहे पर गाॅव की महिलाओं की पारम्परिक वेशभूषा, रणसिंगा के साथ खड़े व्यक्ति आदि पर आधारित थीम के दर्शन होंगे। उन्होंने कहा कि काठगोदाम रेलवे स्टेशन तिराहे पर प्लेटफाॅर्म का लुक देने की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने कहा कि हाइडिल गैट पर राज्य की महान विभूतियों के दर्शन हेतु जमुली देवी, पं.नैन सिंह, तीलू रौतेली आदि के दर्शन पर आधारित थीम रखी गयी है। उन्होंने कहा कि पीलीकोठी तिराहे के सौन्दर्यकरण में राजस्थान वास्तुकला की झलकी देखने को मिलेगी।

कठघरिया चैराहे पर दिखेगा झील का नजारा
बंसल ने बताया कि कठघरिया चैक पर झील आधारित डिजाईन किया गया है। उन्होंने बताया कि एसडीएम तिराहे पर सैनिकों को समर्पित सैनिक थीम पर आधारित प्रतीक चिन्ह लिया गया है। उक्त प्लान का तीसरा लक्ष्य है मुख्य स्थानों पर पुर्ननिर्माण इंवेन्टर द्वारा पूजी निवेश के नये भाव जाग्रत होंगे जिससे प्रदेश को आय अर्जन के नये स्रोत प्राप्त होेंगे।
निरीक्षण दौरान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रीति प्रियदर्शनी, नगर आयुक्त सीएस मर्तोलिया, सिटी मजिस्टेªट प्रत्यूष सिंह, उपजिलाधिकारी विवेक राय, आरटीओ राजीव मेहरा, नन्दकिशोर,एसपी सिटी डा. जगदीश चन्द्र, अधीक्षण अभियन्ता विद्युत तरूण कुमार, अधिशासी अभियन्ता विद्युत बीएस बिष्ट, अधिशासी अभियन्ता एनएच महेन्द्र कुमार, परियोजना अधिकारी पेयजल निर्माण निगम मृदुला सिह आदि उपस्थित थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *