प्रदर्शनी का अवलोकन करते वित्त मंत्री पंत

आप लिखो, सरकार किताब छापेगी और बेचेगी, मेहनताना आपको

उत्तराखण्ड नैनीताल साहित्य

हल्द्वानी। लेखन के शौकीन मगर वित्तीय संसाधनों से जूझ रहे लोगों के लिए एक अच्छी खबर है। वित्त मंत्री प्रकाश पंत ने हिंदी, उर्दू, पंजाबी या लोक भाषा से जुड़े नए लेखकों को प्रोत्साहित करते हुए कहा है कि वे साहित्य सृजन करें। कहा कि आप लिखो, सरकार पुस्तकों के प्रकाशन के साथ ही उनकी बिक्री में मददगार बनेगी। साथ ही लेखकों को आकर्षक रायल्टी दी जाएगी। वित्त मंत्री के मुताबिक जल्द ही प्रदेश सरकार हिंदी अकादमी, उर्दू अकादमी, पंजाबी अकादमी तथा लोक भाषा अकादमी का गठन किया जा रहा है। साथ ही कुमाऊंनी एवं गढ़वाली को लिपिबद्ध करने के लिए भाषा संस्थान का गठन किया गया है। यह जानकारी वित्त मंत्री पंत ने हल्द्वानी मे पहली बार साहित्य पर्व ;लिटरेचर फैस्टिवलद्ध का आयोजन के शुभारम्भ अवसर पर दी। इस अवसर पर लगाई गयी आर्ट गैलरी एवं ख्यातिलब्ध लेखकों एवं कवियों द्वारा लिखित एवं रचित पुस्तकों की प्रदर्शनी का भी पंत द्वारा अवलोकन किया गया और इस आयोजन की प्रशंसा भी की गई।
साहित्य प्रेमियो को सम्बोधित करते हुये वित्तमंत्री पंत ने कहा कि साहित्य एवं कविता हमें ईश्वर से जोडते हैं। हमारे द्वारा सृजित साहित्य लेखन जहंा हमें आत्म शान्तिए आत्म विश्वास एवं लोकप्रियता प्रदान करते है वही समाज के पथ प्रदर्शक का कार्य भी करते है।
कहा कि संवेदनशीलता साहित्य सृजन का आधार है। जीवन के झंझाबातोंए समस्याओं एवं दुखों से साक्षात्कार करने के बाद ही शब्दों का जन्म होता है और इससे कविता और साहित्य जन्म लेता है। लेखन व साहित्य आलोकिक है जो हमे ईश्वर से जोडता है उन्होने बताया कि उत्तराखण्ड की कुमाऊंनी एव गढवाली भाषाओ को लिपिबद्ध करने के लिए भाषा संस्थान का गठन किया गया है इसके साथ ही प्रदेश सरकार हिन्दी अकादमीए उर्दू अकादमीए पंजाबी अकादमी तथा लोक भाषा अकादमी का भी गठन करने जा रही है। जिसके माध्यम से प्रदेश के लेखको एवं कवियों द्वारा लिखित पुस्तको का प्रकाशन एव बिक्री की जायेगी। इसके साथ ही कवियों व लेखको को उनके प्रकाशनों पर आकर्षक रायल्टी दी जायेगी। उन्होने कहा कि प्रदेश सरकार कवियों लेखकों के लेखन को राष्ट्रीय एवं विश्व स्तर पर मंच भी प्रदान करेगी।
कार्यक्रम में टीवी पत्रकार दिनेश मानसेरा द्वारा लिखित मंगली.एक पटकथाए का विमोचन किया गया।
कार्यक्रम में बतौर अतिथि प्रशासनिक अधिकारी एवं लेखक डा रणवीर सिह चौहानए ललित मोहन रयालए अमित श्रीवास्तव के अलावा लेखक एवं उपन्यासकार गीता श्री, प्रतिपाल कौर, विजय त्रिवेदी, विनीत कुमार, अतुल सिन्हा, हृदयेश जोशी, सोनाली मिश्रा, टीवी एंकर रिचा अनिरूद्व, अभिसार शर्मा प्रकाश हरर्बोला,मनोज पाठक, गुरवीन चडडा, मनीष मेहता, मनमोहन जोशी, तनुजा जोशी, प्रमोद शाह, अवनीश राजपाल, आलोक सिह, वरूण अग्रवाल, दिनेश पाण्डे, संजीव भगत, शिखर आहूजा, अतुल बरतरिया, डा0 संजय ढिगरा, डा0 पंकज साह, नीरज वत्स, शैलेन्द्र कनवाल, आलोक सिहए राजीव वाहीए राहुल वाष्र्णेयए डा0 शैलेन्द्र सिहए रणधीर अरोराएउमंग वासुदेवा, पंकज गुम्बर, संचित सेठी उपस्थित थे।

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