हल्द्वानी। सुना है उत्तराखंड सरकार लोगों को खूब चाय पिला रही है। हमें मालूम नहीं कि आपने अब तक मुख्यमंत्री की चाय पी है कि नहीं। मगर इतना पता है कि वर्तमान सरकार दस महीने में 68 लाख की चाय सचिवालय आने वाले लोगों को पिला चुकी है। दस महीने में चाय-पानी के खर्च में ही 68 लाख रुपये का खर्च खुद मेें हैरान करने वाला है। मगर यह सच है। दरअसल हल्द्वानी निवासी समाजसेवी हेमंत गौनिया ने सूचना अधिकार के तहत मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के अब तक के कार्यकाल में चाय-पानी मद मेें खर्च का ब्योरा मांगा था।

इस क्रम मेें लोक सूचना अधिकारी/अनुसिचव वंदना डंगवाल ने बताया है कि मुख्यमंत्री रावत ने 18 मार्च 2017 को पद की शपथ ली थी। तब से दिसंबर माह तक आतिथि सत्कार यानी चाय-पानी मेें 68 लाख 59 हजार आठ सौ 65 रुपयों के बिल भुगतान को उपलब्ध कराए गए हैं। करीब दस महीने में ही 68 लाख से अधिक चाय-पानी पिलाने मेें खर्च होने से हर कोई हैरान है। लोगों के मुताबिक विकास कार्यो के लिए सरकार के पास बजट नहीं है। बजट के लिए लगातार केंद्र का मुंह तांका जा रहा है। वहीं इतनी बड़ी रकम चाय-पानी में ही खर्च कर दी जा रही है। इससे कई सवाल उठने लाजिमी हैं।

