एक माह का ऐपण आधारित उद्यमिता विकास कार्यक्रम शुरू
कुमाऊं जनसन्देश डेस्क
हल्द्वानी। जिलाधिकारी सविन बंसल की पहल पर जिले में स्वरोजगार से जुड़ी गतिविधियां फिर शुरू हो गई हैं। जिला उद्योग केन्द्र के सहयोग से निर्मला सोशल रिसर्च एंड डवलपमेंट सोसायटी की ओर से एक माह का ऐपण आधारित प्रशिक्षण का शुभारंभ गुरुवार को किया गया। इस प्रशिक्षण में 25 महिलाएं प्रतिभाग कर रही हैं। खास बात यह है कि प्रशिक्षण प्राप्त करने वाली महिलाओं को दो-दो हजार रुपये प्रोत्साहन स्वरूप डीएम सविन बंसल की ओर से प्रदान कराए जाएंगे।
कालाढूंगी रोड स्थित एक सभागार में आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ जिला उद्योग केन्द्र के महाप्रबंधक विपिन कुमार कांबोज, पूर्व महाप्रबंधक योगेश चन्द्र पांडेय और निर्मला सोशल रिसर्च एंड डवलपमेंट सोसायटी के अध्यक्ष संजीव भटनागर ने दीप प्रज्जवलित कर किया।
महाप्रबंधक विपिन कुमार ने प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन करते हुए स्वरोजगार के लिए प्रेरित किया। बताया कि जिलाधिकारी के निर्देशन में पिछले वर्ष ऐपण आधारित प्रशिक्षण गौलापार, भीमताल, नैनीताल और रामनगर में कराए गए थे। इस बार भी अधिकाधिक युवतियों व महिलाओं को प्रशिक्षण दिलाकर स्वरोजगार से जोड़ा जाएगा। साथ ही प्रतिभागियों की ओर से तैयार ऐपण कला के उत्पादों को विभिन्न सरकारी कार्यालयों में भी सजाया जाएगा, जिससे कि विभाग में आने वाले लोग कुमाऊंनी संस्कृति के प्रति प्रेरित हो सकें।
जिला उद्योग केन्द्र के पूर्व महाप्रबंधक योगेश चन्द्र पांडेय ने कहा कि आने वाला समय स्वरोजगार का ही है। कहा कि स्वरोजगार शुरू करने के लिए शुरूआत में बेशक मेहनत अधिक लगती है, मगर उसके बाद उसके सार्थक परिणाम भी सामने आते हैं। प्रबंधक सुनील पंत ने स्वरोजगार परक योजनाओं और अनुदान की जानकारी प्रदान की।
निर्मला सोशल रिसर्च सोसासटी के अध्यक्ष संजीव भटनागर ने बताया कि एक माह तक ऐपण कला के विशेषज्ञ प्रतिभागियों को ऐपण कला के गुर सिखाएंगे, जिससे कि वे भविष्य में स्वरोजगार कर अच्छी आय अर्जित कर सकें।
इस मौके पर नीमा बिष्ट, नीमा मेहरा, ज्योति पांडेय, मीना गुंसाई, ममता जोशी, राधा जोशी, लीला नेगी, रजनी नेगी, गीता जोशी, देवकी मंगोलिया, कविता नेगी, पूजा भोजक, प्राची नेगी, नीता मेलकानी, रीना बिष्ट, जानकी बिष्ट, हंसा बिष्ट सहित तमाम लोग मौजूद थे।
विभिन्न उत्पादों में दिखेंगे ऐपण के रूप: विपिन
हल्द्वानी। जिला उद्योग केन्द्र के महाप्रबंधक विपिन कुमार ने बताया कि जिलाधिकारी सविन बंसल के मार्गदर्शन में ऐपण के रूप में कुमाऊंनी संस्कृति को बढ़ावा दिया जाएगा। महिलाओं की अधिक से अधिक आय हो सके, इसके लिए दीवार घड़ी, चादर, सजावटी वस्तुओं में ऐपण आधारित डिजाइन तैयार कराई जाएगी। इससे वस्तुएं तो और आकर्षक हो ही सकेंगी साथ ही उन वस्तुओं की मांग भी बढ़ेगी। महाप्रबंधक ने बताया कि सजावटी वस्तुओं को ऐपण कला से आकर्षक बनाकर देश-विदेश तक बिक्री के लिए उपलब्ध कराया जाएगा।