सरकार ने किया कोरोना संकट के दौरान पेंशनरों को राहत दिलाने का प्रयास
कुमाऊं जनसन्देश डेस्क
हल्द्वानी। समाज कल्याण विभाग की ओर से विभिन्न योजनाओं के तहत पात्रों को पेंशन त्रिमासिक आधार पर दी जाती है। नए वित्तीय वर्ष की पेंशन की पहली किश्त जून माह में जारी होनी थी। मगर कोराना वायरस के चलते हुए लाकडाउन और उससे हो रही दिक्कतों को देखते हुए सरकार ने तीन माह की पेंशन की धनराशि एडवांस में पेंशनरों के खाते में डाल दी है। इससे पेंशनरों को काफी हद तक राहत मिल सकेगी।
समाज कल्याण निदेशक विनोद गोस्वामी ने बताया कि चालू वित्तीय वर्ष मंे कोरोना संक्रमण आपदा को दृष्टिगत रखते हुए समाज कल्याण विभाग के सभी पेंशन लाभार्थियों को पेंशन की प्रथम तिमाही किस्त जो जून में दी जानी थी माह अप्रैल में ही दी जायेगी। इसके लिए बजट आवंटित कर धनराशि पेंशनरों के खाते में भेज दी गई है।
समाज कल्याण निदेशक गोस्वामी ने बताया कि विभिन्न पेंशन योजनान्तर्गत प्रथम तिमाही किस्त के लिए वृद्धावस्था पेंशन मंे कुल 233373 पात्रों के लिए 16936.68 लाख, विधवा पेंशन मंे 148406 लाभार्थियों के लिए 6610.87 लाख, दिव्यांग पेंशन मंे 75487 लाभार्थियों के लिए 3630.30 लाख, परित्यक्ता पेंशन में 4410 लाभार्थियों के लिए 187.55 लाख की धनराशि आवंटित कर दी गई है। इसी तरह किसान पेंशन में 26066 लाभार्थियांे के लिए 845.54 लाख रुपये जारी किए गए हैं। इस तरह प्रदेश में कुल 487742 लाभार्थियों के लिए 28210.94 लाख की धनराशि जनपदों को आवंटित कर दी गई है।
उन्हांेने बताया कि वृद्धावस्था, विधवा, दिव्यांग पेंशन योजनान्तर्गत प्रति लाभार्थी को प्रथम किस्त में 3600 रूपये तथा किसान व परित्यक्ता पेंशन के अन्तर्गत लाभार्थी को 3000 रुपये की धनराशि लाभार्थियों के खातों में डाल दी गई है इसके अतिरिक्त गत वित्तीय वर्ष में दिव्यांग एवं परित्यक्ता पेंशन अवशेष देयता के लिए भी धनराशि आवंटित कर दी गई है।
गोस्वामी ने बताया कि भारत सरकार द्वारा प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना पैकेज के अन्तर्गत प्रति लाभार्थी को 1000 रूपये की धनराशि दो किस्तों में दिये जाने के निर्देश हुए है, जिसमंे प्रथम किस्त के रूप मे प्रति लाभार्थी को 500 रुपये दिये जाने हैं जिसमें 191597 वृद्धावस्था पेंशनरों के लिए 957.99 लाख, 20690 विधवा पेंशनरों के लिए 103.45 लाख, 2822 दिव्यांग पेंशनरों के लिए 14.11 लाख की धनराशि जनपदों को आवंटित कर दी गई है।