हल्द्वानी। जिला उद्योग केन्द्र के अफसरों के चेहरों में आज विशेष चमक है और सकून भी। हो भी क्यों न। क्योंकि कोरोना काल की विषम परिस्थितियों में प्रवासी बेरोजगारों को स्वरोजगार से जोड़ने के उददेश्य से शुरू की गई एमएसवाई योजना का लक्ष्य कड़ी मेहनत के बल पर आखिरकार पूरा कर ही लिया गया है। जिले में करीब 250 इकाइयां स्थापित की जा चुकी हैं और एक हजार से अधिक लोगों को रोजगार मिल चुका है।
जिला प्रशासन के कुशल नेतृत्व में आखिरकर नैनीताल के उद्योग विभाग के अफसरों की मेहनत रंग ला ही गई है। मुख्यमंत्री की प्राथमिकता में शुमार मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना (एमएसवाई) का लक्ष्य पूरा कर लिया गया है। जिले में 250 उद्योग लगाने के सापेक्ष 250 बेरोजगारों को बैंकों से लोन मिल चुका है। जबकि 281 आवेदन मंजूर किए गए हैं। इससे सीधे तौर पर एक हजार लोगों को रोजगार मिल चुका है। साथ ही जिले में ब्यूटी पार्लर, आटो मोबाइल, पशुपालन, साइबर कैफे, बेकरी, रेस्टोरेंट, आटा चक्की आदि कई तरह के उद्योग स्थापित हो चुके हैं।
जिला उद्योग केन्द्र के महाप्रबंधक विपिन कुमार ने बताया कि जिले में मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना का लक्ष्य पूरा कर लिया गया है। इसके लिए जिला प्रशासन का मार्गदर्शन मिलने के साथ ही विभाग की पूरी टीम का भी सहयोग रहा है। बताया कि नौ मई 2020 से शुरू की गई इस योजना को सफल बनाने और अधिकाधिक लोगों को रोजगार से जोड़ने के उददेश्य से सीडीओ की अध्यक्षता में 15 बार आनलाइन साक्षात्कार कराए गए। जिले में योजना के तहत 250 उद्योग स्थापित करने का लक्ष्य मिला हुआ था, जिसके सापेक्ष साक्षात्कार समिति ने 732 आवेदन स्वीकृत कर बैंकों को भेजे गए। इन आवेदनों में से 250 आवेदकों को लोन मिल चुका है। जबकि 281 लोगों को लोन देने की मंजूरी बैंकों ने दी है। अभी 17 आवेदन बैंकों में प्रक्रियाधीन हैं। 98 आवेदन बैंकों ने वापस किए और 244 को विभिन्न कारणों से अस्वीकृत किया गया।
महाप्रंबंधक विपिन कुमार ने बताया कि योजना का लक्ष्य पूरा करने में बैंकों का भी पूरा सहयोग मिला। विभाग के प्रबंधक सुनील कुमार पंत के अलावा उत्तम सिंह, मोहित वाल्मिकी ने विभागीय रूप से सहयोग दिया। इसके अलावा बैंकों की बदौलत ही लक्ष्य के अनुरूप औद्योगिक इकाइयों की स्थापित संभव हो पाई। नैनीताल बैंक की ओर से 46, बैंक आफ बड़ौदा की ओर से 43, पीएनबी ने 35, नैनीताल सहकारी बैंक ने 31, ग्रामीण बैंक ने 24 और एसबीआई ने 21 आवेदकों को लोन दिया है। इस तरह जिले में 250 इकाइयों की स्थापना होने के साथ ही एक हजार लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार मिल चुका है। जबकि अप्रत्यक्ष तौर पर भी हजारों लोग लाभांवित हो रहे हैं। बताया कि लक्ष्य पूरा करने में जिला प्रशासन का भी विशेष सहयोग रहा है।