हल्द्वानी। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने स्वराज आश्रम, हल्द्वानी में बड़ा बयान दिया है। गैरसैंण को स्थायी राजधानी बनाने के मामले में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने तंज कसते हुए कहा कि यदि उनकी सरकार को पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा और उनके साथियों ने नहीं गिराया होता तो अब तक गैरसैंण को पूर्ण राजधानी का दर्जा मिल जाता। हमारी सरकार गैरसैंण के विकास को लेकर बहुत योजनाएं बना चुकी थी।
सोमवार को हल्द्वानी पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का स्वराज आश्रम में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत किया। इस दौरान नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य और विधायक सुमित हृदयेश भी मौजूद रहे। मीडिया से बातचीत करते हुए पूर्व सीएम हरीश रावत ने निकाय चुनाव को लेकर राज्य सरकार पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि विधानसभा में बिल पारित होने के बाद प्रवर समिति को मामला भेजना संसदीय परंपराओं की अवमानना है। प्रभात समिति भेजने से पहले इन्हें नया बिल पेश करना चाहिए था। साफ है कि सरकार मौजूदा समय में प्रदेश में निकाय चुनाव कराने से डर रही है। राज्य सरकार को एक दिन का विशेष सत्र बुलाना चाहिए और जल्द से जल्द निकाय चुनाव कराने चाहिए। पूर्व सीएम हरीश रावत ने गृहमंत्री अमित शाह को लेकर भी बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस गठबंधन पर तो वे जमकर सवाल उठा रहे हैं। जबकि उन्होंने खुद पीडीपी से गठबंधन किया था जिसके बाद जम्मू कश्मीर में आतंकवाद फैला।
इस दौरान पूर्व मंत्री हरीश दुर्गापाल, जिलाध्यक्ष राहुल छिम्वाल, महानगर अध्यक्ष गोविन्द सिंह बिष्ट, हेमंत बगड्वाल, मलय बिष्ट, गोविन्द बगड्वाल सहित कई कार्यकर्ता मौजूद रहे।

