कहा, आम किसानों तक हो उन्नतशील प्रजातियों व कृषि उपकरणों की पहुंच
पंतनगर/रुद्रपुर। राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने आज गोविन्द बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय पंतनगर में आयोजित 4 दिवसीय 109वां अखिल भारतीय किसान मेला एवं कृषि उद्योग प्रदर्शिनी का फीता काटकर उद्घाटन किया। उन्हांेने स्टालों का निरीक्षण किया व कृषि से जुड़ी उन्नतशील प्रजातियों व कृषि उपकरणों की खासियत जानी। साथ ही वैज्ञानिकों को उन्नतशील प्रजातियों व कृषि उपकरणों को किसानों तक पहुचाने को कहा जिससे किसान इस तकनीक को अपना कर अधिक से अधिक उत्पादन लेकर अपनी आय दुगनी कर सके। इस दौरान उन्होंने स्वंय सहायता समूहांे की महिलाओं द्वारा उत्पादित हल्दी और लाल गुलाल की खरीददारी की। उन्होंने गाँधी हॉल में आयोजित गोष्ठी के दौरान कुलपति व किसानों के संवाद को सुना।
उन्होंने कहा कि जिस तरह से प्रदेश के विभिन्न स्थानों से कृषक यहाँ पहुँचे है इससे लगता है कि हमारा किसान कृषि के प्रति संवेदनशील है। उन्होंने कहा कि जड़ी-बूटी के मामले में उत्तराखंड राज्य पूरी तरह से समृद्ध है। बाहर की कम्पनिया जड़ी- बूटी से सम्बंधित उत्पाद तैयार कर रही हैं। उन्होंने कहा कि यदि महिलाओं को आत्मनिर्भर बनना है तो जड़ी-बूटी से जुड़े उत्पाद तैयार करना होगा, इसके लिए स्वयं सहायता समूह के माध्यम से महिलाओं को प्रशिक्षण दिये जाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि व्यवहारिकता में जीना सीखो वही जीवन है, हम देवभूमि में रहते हैं हमे ईश्वर के आशीर्वाद से अपार सम्पदायें मिली है। राज्यपाल द्वारा कृषक संवाद के दौरान प्रदेश में लगातार भू-जल स्तर पर चिंता व्यक्त की।
राज्यपाल ने पद्मश्री प्रेम चन्द्र शर्मा को सम्मानित किया गया व वहाँ उपस्थित समस्त कृषक, वैज्ञानिकों और पत्रकारों का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम के अंत में राज्यपाल ने कृषि से सम्बंधित पुस्तकों का विमोचन किया गया।
इस अवसर पर महामहिम राज्यपाल महोदया को विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ तेज प्रताप सिंह ने स्मृति चिन्ह एवं शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया।
इस अवसर पर प्रदीप कुमार मौर्य, क्षेत्रीय विधायक राजेश शुक्ला, खटीमा विधायक पुष्कर सिंह धामी, जिलाधिकारी रंजना राजगुरु, प्रसार निदेशक अनिल कुमार, अपर जिलाधिकारी उत्तम सिंह चैहान, उपजिलाधिकारी आईएएस विशाल मिश्रा, प्रशिक्षु आईएएस जय किशन, तहसीलदार डॉ अमृता शर्मा, कृषक भारत भूषण त्यागी, नरेन्द्र सिंह मेहरा, माया नेगी, सुरेन्द्र सिंह कुण्डरा, मनमोहन सिंह, भगत दर्शन सिंह आदि उपस्थित थे।