कुमाऊं जनसन्देश डेस्क
भीमताल/हल्द्वानी। आमतौर पर सेवानिवृत्त होने पर परम्परागत रूप से रिटायरमेंट के आखिरी दिन सम्बंधित अधिकारी-कर्मचारी को एक बार विदाई दी जाती है। मगर बाल विकास विभाग की भीमताल परियोजना में कार्यरत बाल विकास परियोजना अधिकारी (सीडीपीओ) को हमेशा अपनी विदाई याद रहेगी। क्योंकि उन्हें विभागीय अधिकारी कर्मचारियों के अलावा जनप्रतिनिनिधियों से एक बार नहीं बल्कि सप्ताहभर में लगभग आठ बार विदाई के रूप में सम्मानित होने का सुनहरा मौका मिला। इतना मान-सम्मान और प्यार पाकर सीडीपीओ भी अभिभूत नजर आई।

दरअसल करीब 35 साल बाल विकास विभाग में सेवा करने के बाद भीमताल परियोजना में कार्यरत सीडीपीओ कमला कोरंगा 30 जून को सेवानिवृत्त हो चुकी हैं। सेवानिवृत्ति के दिन परम्परागत रूप से उन्हें भी विदाई देकर उनके कामकाज और सेवा भाव की सराहना कर स्वस्थ जीवन की कामना की गई। मगर इसके इतर विभाग हित में ईमानदारी, जिम्मेदारी और सेवाभाव से काम करने के परिणामस्वरूप उनके सम्मान में एक सप्ताह पहले से ही सम्मान समारोह शुरू हो चुके थे। 22 जून को नैनीताल, 24 को ज्योलीकोट, 26 को भवाली, 27 को भीमताल, 29 को जिला कार्यक्रम अधिकारी अनुलेखा बिष्ट की ओर से हल्द्वानी में और फिर 30 जून को भीमताल में विदाई दी गई। इस कार्यक्रम में ब्लाक प्रमुख डा. हरीश बिष्ट, पूर्व ब्लाक प्रमुख गीता बिष्ट समेत क्षेत्र के तमाम ग्राम प्रधानों ने सीडीपीओ कमला कोरंगा के कामकाज की सराहना कर विदाई दी।


सीडीपीओ कमला कोरंगा ने बाल विकास विभाग में सल्ट, बाजपुर, पिथौरागढ़, सितारगंज, रुद्रपुर, नैनीताल और भीमताल में अपनी सेवाएं दी। कुमाऊं जनसन्देश से बातचीत में कमला कोरंगा ने बताया कि उन्होंने खुद नहीं सोचा था कि उन्हें सेवानिवृत्त होने पर इतना मान-सम्मान और प्यार मिलेगा। उन्होंने सभी लोगों का आभार भी जताया है।


