हल्द्वानी। बेरोजगारों और युवाओं को उद्यमी बनाने में उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय मददगार बनेगा। भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान अहमदाबाद के सहयोग से उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय में स्टार्टअप इंटरप्रेन्योरशिप एंड इंटरप्राइज डेवलपमेंट प्रोग्राम में डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्स संचालित किए जाएंगे। नेस्कॉम के सहयोग से इमर्जिंग टेक्नोलॉजी पर पाठ्यक्रम शुरू करने की भी सिफारिशें की गई हैं। राष्ट्रीय कौशल प्रशिक्षण संस्थान के साथ मिलकर भविष्य में रोजगारपरक कार्यक्रम संचालित किए जाएंगे।
सोमवार को यूओयू के व्यावसायिक अध्ययन विभाग की ओर से नए कौशल पाठ्यक्रमों को तैयार करने के लिए आयोजित विशेषज्ञ समिति की बैठक में यह अहम फैसले लिए गए। कुलपति प्रो. ओपीएस नेगी की अध्यक्षता में हुई बैठक में उच्च शिक्षा के अनुभवी विशेषज्ञों ने भाग लिया। समिति ने नए कौशल विकास और रोजगारपरक पाठ्यक्रमों के चयन, संचालन और भविष्य में संचालित करने वाले विषय के संबंध में जरूरी निर्णय लिए।
कुलपति प्रो. ओपीएस नेगी ने कहा कि विभिन्न संस्थानों के सहयोग और संयुक्त प्रयास से युवाओं को नौकरी के अवसरों और उनके कॅरिअर के विकास में मदद मिलेगी। संचालन डॉ. गोपाल दत्त ने किया। यहां उच्च शिक्षा सहायक निदेशक प्रो. दीपक पांडे, अपर निदेशक राष्ट्रीय कौशल संस्थान भगत सिंह, डॉ. अमित कुमार द्विवेदी, डॉ. सुमित कुमार, उपनिदेशक नैसकॉम करन सिंह, उपप्रबंधक नैसकॉम सुभनी त्यागी, प्रो. जीतेंद्र पांडे आदि रहे।