writer champa kothari पहाड़ की बेटी...हल्द्वानी की चम्पा कोठारी की स्वरचित कहानी

पहाड़ की बेटी…हल्द्वानी की चम्पा कोठारी की स्वरचित कहानी

राधा को गांव से शहर आये हुए अभी कुछ ही महीने हुए थे। वह एक अच्छी कॉलोनी में अपने पति सास ससुर और अपने दो बच्चों के साथ किराये पर रहती थी। पति सेना में थे। ससुर प्राथमिक विद्यालय से हेड मास्टर पद से रिटायर थे। उन्हें भी पेंशन मिलती है। पति प्रतिमाह एक निश्चित […]

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उत्तराखंड चारधाम

चारधाम आएं तो सैर, सपाटा और फर्राटे के भाव को छोड़ कर ही आएं…

हजारों वर्ष पुरानी परम्परा है उत्तराखंड की चारधाम यात्रा प्रमोद साह हल्द्वानी। भारत में उत्तराखंड की चार धाम यात्रा की परंपरा हजारों वर्ष पुरानी है। दुर्गम और उच्च हिमालयी क्षेत्र में स्थित होने के कारण यह चार धाम यात्रा, मात्र धामों के दर्शन की परंपरा नहीं थी, बल्कि अमूमन बानप्रस्थ आश्रम में प्रवेश करने और […]

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manoj padey डा. मनोज पांडे की पुस्तक ‘‘एन इंट्रोडक्शन टू हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री’’ का विमोचन

डा. मनोज पांडे की पुस्तक ‘‘एन इंट्रोडक्शन टू हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री’’ का विमोचन

यूओयू के कुलपति ओपीएस नेगी ने पुस्तक को होटल उद्योग क्षेत्र के लिए बताया कारगर हल्द्वानी। टूरिज्म और होटल मैनेजमेंट विभाग में सहायक प्रोफेसर डॉ मनोज कुमार पांडे ने शिक्षण कार्य करने के साथ ही ‘‘एन इंट्रोडक्शन टू हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री’’ नाम से पुस्तक लिखी है। यह पुस्तक होटल उद्योग क्षेत्र में रांेजगार के अवसरों और […]

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shobhna upadhyay's photography

बाघ पकड़ा गया, लेकिन हमें फिर भी तो इन बाघों के साथ ही रहना है… पढ़िए पुलिस अफसर प्रमोद साह का लेख

जंगलियागांव में बाघ के पकड़े जाने से राहत, कई गांवों में अब भी दहशत बरकरार कुमाऊं जनसन्देश डेस्क हल्द्वानी। इन दिनों पूरा उत्तराखंड गुलदार, बाघ और तेंदुए की दहशत के साये में है। सुदूर गांवों से लेकर राजधानी देहरादून तक बाघ की धमक देखने को मिल रही है। आखिर बाघ और तेंदुए इतने हिंसक क्यों […]

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घोड़ा लाइब्र्रेरी

घोड़ा लाइब्रेरी: यहाँ घोड़े की पीठ पर लदी होती हैं किताबें, बच्चे पढ़ते हैं नैतिक शिक्षा का पाठ

मन की बात कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने कोटाबाग की घोड़ा लाइब्रेरी का किया जिक्र हल्द्वानी। शिक्षा ही समाज को सही दिशा देती है और जीवन में उजियारा लाती है। किताबी ज्ञान के साथ ही साहित्य, सामान्य ज्ञान और नैतिक शिक्षा का पाठ इंसान को नई ऊँचाइयों में ले जाता है। नैनीताल जनपद के कोटाबाग […]

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बच्चों के साथ डीएम सविन बंसल (फाइल फोटो)

डीएम बंसल के काम के प्रति जज्बे और लगन से बदल रही जिले की तस्वीर

जिलाधिकारी आइएएस सविन बंसल धरातल पर काम करने वाले चुनिंदा अफसरों में से एक हैं। एक बार जो कहा या कार्ययोजना बनाई उसे मूर्त रूप देने तक लगातार उसकी मानिटरिंग करना जिलाधिकारी बंसल की आदत में शुमार है। डीएम की इसी सोच और जनसमस्याओं के निस्तारण के प्रति जज्बे का नतीजा है कि आज जिले […]

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विनीत उपाध्याय

।। चल निकले हैं वीर महान।।

विनीत उपाध्याय मातृभूमि की रक्षा हेतु शौर्य दिखाने स्वयं राष्ट्र का ऋण निपटाने शत्रु का सीना चीर मिटाने चल निकले हैं वीर महान।। गददारों को मार भगाने विपदा में पीड़ित को बचाने देश का मस्तक गर्व से उठाने सबसे आगे रहे सुजान।। नभ, जल, थल की रक्षा हेतु दुर्गम पथ को सुगम बनाने दुर्दिल के […]

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ashutosh pant

हरेला पर्व ही है पौध लगाने और पौधरोपण अभियान शुरू करने का सही दिन

इस खबर को अखबार की तरह पढ़ें(1) गर्मी के दिनों (पांच जून ) लगाए पौधों के जीवित रहने की संभावना रहती है बहुत कम आशुतोष पंत हल्द्वानी। पांच जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है। इस दिन हमारे देश में भी पौधरोपण करने की होड़ सी लग जाती है। पर्यावरण के प्रति सजग रहना […]

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kumaon jansandesh.com

कहूं या न कहूं, चलो अब कह ही देता हूं, बाकी आप पर छोड़ता हूं….

कहूं या न कहूं, चलो अब कह ही देता हूं, बाकी आप पर छोड़ता हूं…. तेजपाल नेगी हल्द्वानी | दो मिनट हमारे लिए भी निकाल कर अवश्य पढ़ें, प्रणाम मित्रों कई दिनों से अपने आप से विचार कर रहा था यह बात आपके समक्ष रखूं या नहीं। अंततः आज सुबह दस बजे  (14 अप्रैल 2020) […]

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चीड़ के जंगल

हरियाली को लील रहे चीड़ के जंगल, आखिर इन्हें काटने मेें हर्ज कैसा

चीड़ के पेड़ों पर हल्की सी आग कैरोसिन से भी जल्दी सुलगती है चंद्रशेखर जोशी हल्द्वानी। भाषण देना छोड़ो, धन की बर्बादी की जुर्रत नहीं। असली कारण समझो और उसे दूर करो। …उत्तराखंड का आधे से अधिक भूभाग जंगलों से घिरा है। पहले जंगलों में आग की घटनाएं कम होती थीं। ग्रामीण जंगलों पर निर्भर […]

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आरक्षण की तस्वीर

जब प्रधानमंत्री झाडू पकड़ सकते हैं तो पंडित, ठाकुरों के युवा गटर साफ क्यों नहीं कर सकते

आरक्षण पर टकराव ठीक नहीं, ठाकुर, पंडित भी पकड़े झाडू चंदशेखर जोशी हल्द्वानी। यदि आरक्षण की खिलाफत हो तो सबसे पहले वाल्मीकि और दलित जातियों का सदियों से सफाई में जन्मजात आरक्षण खत्म किया जाए। सफाई कार्य में सवर्णों की भर्ती हो। जब देश के प्रधानमंत्री झाडू पकड़ सकते हैं तो पंडित, ठाकुरों के युवा […]

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