
गांवों में चुनावी माहौल को शब्दों में पिरोने की बेहतर कोशिश
कुमाऊं जनसंदेश डेस्क
हल्द्वानी। पंचायत चुनाव को लेकर प्रत्याशियों का घर-घर दस्तक देने का क्रम जारी है। हर कोंई अपने पक्ष में मतदान को लेकर बड़े-बड़े दावे और घोषणाएं कर रहा है। ऐसे समय में रजिस्ट्रार कानूनगो और कवि राम प्रसाद आर्य की गांवों में चुनाव को लेकर चुनावी माहौल पर लिखी कविता काफी सुनी जा रही है। कवि व रजिस्ट्रार कानूनगो राम प्रसाद आर्य ने पहाड़ी कविता के जरिए पंचायत चुनाव में गांवों में होने वाले माहौल को शब्दों में बेहतर तरीके से पिरोने की पूरी कोशिश की है। उनका कविता पाठ करते हुए वीडियो हिंदी समाचार पोर्टल कुमाऊं जनसंदेश को चम्पावत के रहने वाले गौरव पांडेय ने उपलब्ध कराया है। गौरव ने बताया कि वे पूर्व में दैनिक जागरण के लिए रिपोर्टिंग कर चुके हैं और फिलहाल देहरादून से एलएलबी की पढ़ाई कर रहे हैं।
आप भी सुनिए पहाड़ी चुनावी कविता