गणेश जोशी

पी चिदंबरम जी पावर के समय व्यक्ति सही-गलत के निर्णय में अक्षम क्यों

उत्तराखण्ड देश/विदेश नैनीताल

गणेश जोशी
हल्द्वानी। पी चिदंबरम, भारत सरकार में पूर्व वित्त मंत्री व गृह मंत्री। गजब का व्यक्तित्व। कई गुणों से भरा हुआ लेकिन कुछ न कुछ अवगुण रहे ही होंगे, आज जिसकी सजा भुगतने को मजबूर हो रहे हैं। कभी सपने में भी नहीं सोचा होगा, कोई हमसे पूछताछ भी कर सकता है, गिरफ्तार करना तो दूर की बात। राजनेता ही नहीं सुप्रीम कोर्ट के वकील भी हैं। आर्थिक मामलों में की गहरी समझ रखने वाले चिदंबरम मद्रास क्रिश्चियन कॉलेज के अलावा हार्वर्ड विश्वविद्यालय से पढ़े हैं।
फिर भी आज ऐसे शख्सियत को सीबीआई ने गिरफ्तार कर ही लिया। ये वही सीबीआई है, जब पी चिदंबरम भारत सरकार में प्रभावशाली मंत्री थे। सत्ता के केंद्र बिंदु थे। तब भी सीबीआई को पिंजरे में बंद तोता बोला जाता था। सरकार यानी पी चिदंबरम कुछ भी कर सकने की सामर्थ्य में थे। तोते को किसी के पीछे लगा देना आम बात थी। आज वही तोता खुद के पीछे लग गया।
यही सामर्थ्य (पावर) तो है, जो व्यक्ति में सही और गलत का भेद भुला देती है। अपनी ऊंची करने के लिए दूसरों को नीचा दिखाने लगते हैं। अपनी झूठी शान और प्रशंसा व पद पर बने रहने के लिए दूसरों की बुराई या चुगली करने में कतई नहीं हिचकते। पी चिदंबरम एक सबक है। कोई व्यक्ति न बड़ा होता है और न छोटा। समय बलवान होता है। समय के करवट को अपने हिसाब से उपयोग करने के बजाय दुरुपयोग करना ही व्यक्ति के गिरावट का मुख्य कारण बन जाता है। यही घटनाएं तो हमें बहुत कुछ समझा देती हैं।
पावर तब भी दिखा था, जब प्रसिद्ध समाजसेवी अन्ना हजारे को गिरफ्तार करवाया और बाबा रामदेव के आंदोलन में लाठीचार्ज करवाया था। तब भी उंगुली पी चिदंबरम पर ही उठी थी। स्वाभाविक है, क्योंकि उस समय वह सत्ता के धुरी थे। तत्कालीन परिस्थितियों के हिसाब से राजनीति में ऐसा करना जायज लगा हो लेकिन समय सबका हिसाब बराबर कर देता है।
भले ही आज भी कार्रवाई को राजनीतिक नजरिये से देखा जा रहा हो…लेकिन कार्रवाई को पूरी तरह गलत नहीं ठहराया जा सकता है। 15 मई, 2017 को सीबीआई ने आईएनएक्स मीडिया को एफआईपीबी की मंजूरी देने में कथित वित्तीय अनियमितताओं के मामले में एफआईआर दर्ज की थी। ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) ने मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में मुकदमा दर्ज किया था।
लेखक दैनिक जागरण से जुड़े वरिष्ठ पत्रकार हैं। यह लेख उनके फेसबुक पेज से लिया गया है।
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