132 साल के हुए परमानन्द पुरी महाराज, धूमधाम से मनाया जन्मोत्सव

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सुन्दरकांड पाठ और विशाल भंडारे का हुआ आयोजन
परमानंद पुरी महाराज

परमानंद पुरी महाराज

हल्द्वानी। सोमवारी बाबा महाराज के अनन्य भक्त परमानंद पुरी महाराज का 132वां जन्मोत्सव दस अक्टूबर को हल्द्वानी स्थित वाटिका बैंकट हाल में धूमधाम से मनाया गया। दूरदराज से पहुंचे के महाराज के भक्तों ने महाराज के जन्मोत्सव पर आयोजित सुन्दरकांड पाठ और विशाल भंडारे में शिरकत की।
महाराज के परम भक्त व समाजसेवी चन्द्रमोहन पनेरू ने बताया कि महाराज का जन्म 1889 में हुआ है और इस बार उनका 132 वां जन्मदिन बड़ी श्रद्धा और हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर काठगोदाम स्थित वाटिका बैंकट हाल परिसर में सुन्दरकांड पाठ कराया गया। विशाल भंडारे मेें दूरदराज से आए भक्तों ने शिरकत की। इस अवसर पर पंकज खत्री, कैलाश जोशी, सुरेश सुयाल, डा. दीप पंत, भावेश पनेरू सहित तमाम भक्त मौजूद रहे और अस्पताल में मरीजों को फल भी बांटे।

अस्पताल में मरीजों को फल भी बांटे
अस्पताल में मरीजों को फल भी बांटे

चिकित्सक रहे हैं और हिंदी-अंग्रेजी के ज्ञाता हैं परमानंद पुरी महाराज
हल्द्वानी। परमानंद पुरी महाराज के भक्तों के अनुसार दुनिया के सर्वाधिक बुजुर्ग होने का दावा करने वाले परमानंद पुरी लम्बे समय तक पूर्व सीएम स्व. एनडी तिवारी के गांव धारी स्थित श्री 1008 सोमवारी बाबा आश्रम में साधु के रूप में रहे हैं। फिलहाल वे काठगोदाम स्थित वाटिका बैंकट हाल परिसर में रह रहे हैं। उनके भक्तों ने दावा किया है कि महाराज का जन्म 1889 में कश्मीर में हुआ था। बताया कि 1920 से 31 तक उन्होंने आसाम के एक सरकारी अस्पताल में बतौर चिकित्सक कार्य भी किया और वर्ष 1932 में संन्यास ग्रहण कर लिया। इस दौरान उन्होंने कनाडा, जर्मनी, स्वीडन, नार्वे व अमरिका सहित 10 देशों की यात्रा भी की। वह हिंदी-अंग्रेजी सहित 12 भाषाओं के भी अच्छे ज्ञाता हैं। वर्ष 1991 से वह पदमपुरी आश्रम में रहते हैं।  भारत सहित विदेशों में उनके हजारों भक्त हैं, जो आज भी उनसें मिलने आते रहते है। सामान्य भोजन के साथ वह नियमित तौर पर पूजा और व्यायाम करतें है। 14 साल तक बिना छत के खुले में और फल-फूल खा कर तथा तीन दिन तक एक ही स्थान पर बिना कुछ खाये-पिये भी रहे हैं। भीमताल विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र की निर्वाचक नामावली-2015 के तहत बनी गुनियालेख ग्राम पंचायत तहसील धारी की सूची के क्रमांक 309 में उनका नाम परमानन्द पुरी पुत्र स्वामी विशु आनन्द, मकान नं 63 और पहचान पत्र क्रमांक एपीजी 0226761 दर्ज किया गया है।

कार्यक्रम के दौरान महाराज जी
कार्यक्रम के दौरान महाराज जी

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