कुमाऊं जनसन्देश डेस्क
हल्द्वानी। सर्किट हाउस में उद्योग मित्र की बैठक लेते हुये मुख्य विकास अधिकारी विनीत कुमार ने कहा कि उद्योगों को सरकारी योजनाओं का शतप्रतिशत लाभ मिले इसके लिए सभी अधिकारी सक्रियता से कार्य करें। उन्हांेने कहा कि कोरोना कोविड-19 के कारण उद्योग काफी समय बन्द रहे हंै, जिससे उद्योगों को भी काफी हानि उठानी पड़ी है। उन्हांेने कहा कि एक छतरी के नीचे उद्यमियों को समय से लाभ देना हमारा उददेश्य है।
बैठक में उद्यमियों द्वारा राज्य कर वैट रिफंड से सम्बन्धित लम्बित प्रकरणों पर कार्यवाही करने की मांग उठाई गई। जिस पर सहायक आयुक्त ने बताया कि वर्ष 2016-17 के दावोें पर सत्यापन की कार्यवाही गतिमान है। इसके बाद 2017-18 के प्रकरणों की कार्यवाही प्रारम्भ की जायेगी। इस पर मुख्य विकास अधिकारी ने लम्बित प्रकरणों का सत्यापन करते हुये वैट रिफंड कराने के निर्देश दिये। साथ ही उद्योग मित्र की बैठक का हवाला देते हुये पत्र आयुक्त राज्यकर भेजने के निर्देश जीएम डीआईसी विपिन कुमार को दिये। हिमालयन चैम्बर आॅफ कामर्स द्वारा उत्तराखण्ड शासन की स्टोन के्रशर नीति में पल्पराइजर को सम्मिलित न करने का अनुरोध किया, जिस पर मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि यह नीतिगत मामला है। इस फोरम के माध्यम से शासन को इस बावत पत्र प्रेषित करने के निर्देश जीएम डीआईसी को दिये।
रामनगर के ग्राम क्यारीखाम से खिचड़ी नदी पर नवनिर्मित पुल से मैसर्स कार्बेट वाइल्ड आइरिस रिसोर्ट तक 1.20 किमी. सड़क मार्ग विस्तारित करने का अनुरोध किया गया, जिस पर अधिशासी अभियन्ता लोनिवि ने बताया कि विस्तारीकरण के लिए प्रथम चरण का 1.20 किमी. का 76.95 लाख का आंगणन प्रस्ताव कार्यवाही के लिए भेजा गया हैै। उद्यमी वुडक्राप्टर्स ने भारत सरकार के द्वार औद्योगिक इकाइयोें का दिये जाने वाले अतिरिक्त ऋण पर राज्य सरकार द्वारा ब्याज सब्सिडी प्रदान किये जाने के सुझाव के साथ ही अनुरोध किया, जिसे मुख्य विकास अधिकारी ने शासन केा प्रेषित करने के निर्देश जीएम डीआईसी को दिये।
बैठक में अध्यक्ष हिमालय चैम्बर आॅफ कामर्स आरसी बिन्जौला, सचिव मनोज डांगा, पूर्व अध्यक्ष एवं उद्यमी बीके लाहोटी,उपाध्यक्ष चैम्बर उमेश डालाकोटी, उद्यमी भोलानाथ केसरवानी, महाप्रबन्धक उद्योग विपिन कुमार, जिला अग्रणी बैंक अधिकारी एमएस जंगपांगी, सहायक आयुक्त राज्यकर उर्मिला पिंचा, अधिशासी अभियन्ता लोनिवि एबी काण्डपाल, महेन्द्र कुमार, विद्युत अमित आनन्द, आरओ प्रदूषण डा. आरके चतुर्वेदी सहित अनेेक अधिकारी मौजूद थे।