विश्वकर्मा योजना में पहली बार में 18 पारंपरिक व्यापारों को किया शामिल
नई दिल्ली। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपना जन्मदिन देश के छोटे कामगारों को समर्पित करते हुए प्रधानमंत्री विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना की सौगात दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन एंड एक्सपो सेंटर, द्वारका, नई दिल्ली में विश्वकर्मा जयंती के अवसर पर प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना को लॉन्च कर दिया है। 18 साल से अधिक आयु के लोग योजना के पात्र होंगे। विश्वकर्मा योजना में पहली बार में 18 पारंपरिक व्यापारों को शामिल किया गया है। वहीं, इस योजना के तहत जुड़ने वाले लोगों की दों तरह की स्किल ट्रेनिंग होगी। इसमें पहली बेसिक और दूरी एडवांस ट्रेनिंग शामिल है। नजदीकी जनसेवा केन्द्र से योजना में पंजीकरण कराया जा सकेगा।
ये लोग होंगे योजना के लिए पात्रः
राजमिस्त्री
नाई
मालाकार
धोबी
दर्जी
ताला बनाने वाले
अस्त्रकार
मूर्तिकार
पत्थर तराशने वाले
लोहार
सुनार
पत्थर तोड़ने वाले
मोची/जूता बनाने वाले कारीगर
गुड़िया और खिलौना निर्माता
नाव निर्माता
फिशिंग नेट निर्माता
टोकरी/चटाई/झाड़ू बनाने वाला
हथौड़ा और टूलकिट निर्माता।
ये बातें जान लेंः
500 रुपये का स्टाइपेंड मिलेगा
औजारों के लिए 15 हजार रुपये एडवांस
बिना सिक्योरिटी 1 लाख रुपये कर्ज मिलेगा, जिसे 18 महीने में वापस करना होगा और आगे आप और ज्यादा पैसे ले सकते हैं।
इंसेंटिव जैसी सुविधाएं लाभार्थियों को मिलेगी।
आवेदन के वक्त इन दस्तावेजों की पड़ेगी जरूरतः
आधार कार्ड
पहचान पत्र
निवास प्रमाण पत्र
जाति प्रमाणपत्र
मोबाइल नंबर
पासपोर्ट साइज फोटो
बैंक अकाउंट पासबुक।