डीजल डिलीवर वाहन

एक क्लिक में आपकेे दरवाजे तक पहुंच जाएगा डीजल, फिलहाल कुमाऊं के इस शहर में मिलेगी सुविधा

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किसानों, उद्योगों, होटल व अस्पताल संचालकों को अब मिलेगी बड़ी राहत
रुद्रपुर/हल्द्वानी। तराई के उन किसानों, उद्योगों, होटल व अस्पताल संचालकों को अब बड़ी राहत मिल सकेगी जिनके पास डीजल खपत वाले स्थिर (अचल) उपकरण हैं। ऐसे अचल उपकरणों में डीजल भराने के लिए उन्हें अब पेट्रोल पम्पों के चक्कर काटकर समय बर्बाद नहीं करना पड़ेगा। बल्कि अब वे एक एप के जरिए अपने दरवाजे पर डीजल मंगा सकेंगे। एक क्लिक में आनलाइन आर्डर करते ही डीजल उनके दरवाजे तक पहुंच जाएगा, वह भी आठ घंटे की समय अवधि के अंदर। केवल 20 लीटर डीजल की जरूरत वाले ग्राहक भी हमसफर की सेवाएं ले सकते हैं।
ऐप के जरिये दरवाजे तक डीजल पहुंचाने वाली सेवा प्रदाता हमसफर ने पहली बार रुद्रपुर में अपनी सेवाएं आरंभ कर दी हैं।
हमसफर की दरवाजे पर डीजल पहुंचाने वाली सेवा अब किसानों, हाउसिंग सोसाइटी, होटल, अस्पताल और उन उद्योगों के लिए उपलब्ध होगी, जिन्हें अचल, तिरछे खड़े अथवा जमीन खोदने वाले भारी उपकरणों के लिए डीजल की जरूरत होती है। उत्तराखंड के औद्योगिक और कृषि केंद्र रुद्रपुर के आसपास उधमसिंह नगर, सितारगंज, बाजपुर, गदरपुर, जसपुर, काशीपुर, खटीमा में यह सेवा मुहैया कराई जा रही है।
मांग पर डीजल दरवाजे तक पहुंचाने वाली हमसफर ने अपनी सेवाएं रुद्रपुर में शुरू की है। क्योंकि यह मुख्य औद्योगिक एवं कृषि केंद्र है।
क्षेत्र कृषि के मामले में भी समृद्ध है और यहां नकदी फसलें, फल तथा सब्जियां प्रचुर मात्रा में उपलब्ध हैं। यहां कृषि पर आधारित कई उद्योग, चावल, चीनी एवं अन्य कृषि आधारित खाद्य प्रसंस्करण उद्योग भी हैं। कंपनी जल्द ही उत्तराखंड के अन्य क्षेत्रों, कुमाऊं एवं गढ़वाल जिलों तथा राज्य की राजधानी देहरादून में भी दरवाजे पर डीजल आपूर्ति की सेवा शुरू करेगी।

हमसफर की निदेशक एवं संस्थापक सान्या गोयल ने कहा, “हमारा मुख्य उद्देश्य अस्पतालों, किसानों और हाउसिंग सोसाइटी को इस मुश्किल वक्त में लगातार डीजल की आपूर्ति करते रहना है ताकि उनका काम चलता रहे। इससे वे पेट्रोल पंप से भारी मात्रा में डीजल ढोकर जरूरत की जगह तक पहुंचाने के झंझट से बच जाएंगे।

हमसफर के सॉल्यूशन से उपयोगकर्ता अपनी ऐप पर ऑर्डर देते हैं और डीजल की वांछित मात्रा तथा स्थान चुन लेते हैं। उसके बाद पेसो से मंजूरी प्राप्त 4000 से 6000 लीटर क्षमता वाले ट्रक पेट्रोल पंप से डीजल लेते हैं और आठ घंटे के भीतर बताई गई जगह पर पहुंच जाते हैं। मोबाइल फ्यूल डिस्पेंसर के जरिये डीजल को उस ठिकाने तक बिना किसी बरबादी के सुरक्षित तरीके से पहुंचा दिया जाता है। ट्रकों में जियो-फेंसिंग तकनीक भी लगी है, जिससे उपयोगकर्ता पता लगा सकते हैं कि ट्रक कहां तक पहुंचे हैं।

हमसफर के सह संस्थापक और और निदेशक (ऑपरेशंस) दिलप्रीत सदाना ने कहा, “हमने डीजल की आपूर्ति को यथासंभव झंझट रहित बनाने के लिए तकनीक का इस्तेमाल किया है। सही मात्रा और गुणवत्ता के वायदे के साथ ही हम लाइव ट्रैकिंग और ऑटोमेटेड बिलिंग जैसे फीचर लाए हैं। बताई गई जगह पर पहुंचने तक मोबाइल फ्यूल डिस्पेंसरों पर ताला लगा रहेगा ताकि डीजल की बर्बादी या चोरी नहीं हो सके।

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