सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करते कलाकार

सरस मेले में उत्तराखंडी उत्पाद सब पर भारी

उत्तराखण्ड ताजा खबर नैनीताल

पसंद किये जा रहे मडुवे से बने बिस्किट, रस

लक्ष्मण मेहरा
हल्द्वानी। कुमाऊं के प्रवेश द्वार हल्द्वानी में पहली बार लगे राष्टï्रीय सरस मेले में 13 राज्यों से स्वयं सहायता समूह विभिन्न उत्पाद लेकर पहुंचे हैं, मगर इन सब में उत्तराखडी उत्पाद ही छाये हुए हैं। मंडुव से बने बिस्किट, नमकीन, पहाड़ी दालों के अलावा बड़ी, पापड़ व उत्तराखंड के सितारगंज में तैयार की गई घास से बनी टोकरियां, हॉट केस, फूलदान की अच्छी खासी मांग बनी हुई है। वहीं इंदिरा अम्मा भोजनालय में तैयार पहाड़ी भोजन का भी लोग चटकारे के साथ स्वाद ले रहे हैं। इसके अलावा हिमाचल के ऊनी कपड़ों की भी मांग है।

मडुवे से बने बिस्किट दिखाता युवक
मडुवे से बने बिस्किट दिखाता युवक

बता दें कि हल्द्वानी के एमबी इंटर कालेज मैदान में 15 जनवरी से राष्टï्रीय स्तर का सरस मेला लगा हुआ है। इसमें 13 प्रान्तों के साथ ही उत्तराखण्ड के विभिन्न जनपदों के महिला स्वयं सहायता समूह प्रतिभाग कर रहे हैं। 27 जनवरी तक चलने वाले इस मेले में प्रतिदिन दूर-दराज के क्षेत्रों से लोग खरीददारी करने के लिये पहुंच रहे हैं। लोग सबसे ज्यादा पहाड़ के उत्पादों जैसे जखिया, आचार, दालों, मसालों, बड़ी, जम्बू, पहाड़ी पीसा नमक, पापड़, मडुवे से बने बिस्किट, गंन्दरेणी आदि की जमकर खरीददारी कर रहे हैं।

सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आनंद उठाते, डीएम चौधरी, विधायक भगत, सीडीओ प्रकाश चंद्र व मेयर रौतेला
सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आनंद उठाते, डीएम चौधरी, विधायक भगत, सीडीओ प्रकाश चंद्र व मेयर रौतेला

लोगों को पसंद आ रहा मेला : सीडीओ
हल्द्वानी। मेले के मुख्य संयोजक/सीडीओ प्रकाश चन्द्र ने कहा कि सरस मेले को लेकर लोगों में उत्साह देखने को मिल रहा है। कहा कि मेला सुव्यवस्थित हो इसके पूरे प्रयास किये जा रहे हैं। सायं के समय सांस्कृतिक कार्यक्रमों को भी काफी सराहना मिल रही है।

नैनीताल सीडीओ/मेला संयोजक प्रकाश चंद्र
नैनीताल सीडीओ/मेला संयोजक प्रकाश चंद्र

खूब बिक रही राजमा और भट की दालें
मेले में लगे हरियाली स्वयं सहायता समूह के स्टॉल में लोगों को जखिया, झुंगोरा, गौहत, राजमा, भटï, आचार, तौर व मसाले खूब भा रहे हैं। समूह की संचालिका सुनीता नेगी बताती हैं कि वह पौड़ी गढ़वाल के विकासखंड दुगड्डा ग्राम-कोटडीढांग से आयी हैं। उनके पास उपलब्ध सभी उत्पाद पौड़ी गढ़वाल के हैं।

हिमाचल के ऊनी कपड़ों की भी काफी मांग
हिमांचल मंडी से मेले में आये दिनेश कुमार के स्टॉल में लोगों को ऊनी जैकेटे ज्यादा पसंद आ रही हैं। इसके अलावा उनके पास ऊनी वास्केट, शॉल व स्टाल भी उपलब्ध है, जो लोगों की पसंद बने हुये हैं। दिनेश ने बताया कि वह पहली बार उत्तराखण्ड आये हैं। उन्हें यहां आकर काफी प्रसन्नता हुई है।

पहाड़ी दाल लेकर गढ़वाल से पहुंची महिला
पहाड़ी दाल लेकर गढ़वाल से पहुंची महिला

हर किसी की जुबान पर मडुवे के टेस्टी बिस्किट
सरस मेले में मडुवे से निर्मित बिस्किट लोगों की पहली पसंद बना हुआ है। गरुड़ (बागेश्वर) से आये अमित कुमार ने बताया कि हिलांस लाहुर मसाला ‘द कत्यूर फ्लेवरÓ नामक मडुवे के बिस्किट की मेले में काफी मांग है। उन्होंने बताया कि पहाड़ों की कत्यूर घाटी का नाम आगे बढ़ाने के लिये इसे ‘द कत्यूर फ्लेवरÓ नाम दिया गया है। यह बिस्किट पूरी तरह पौष्टिïक तत्वों से निर्मित है, इसमें किसी प्रकार का कोई कैमिकल नहीं है। इसके अलावा उनके पास मडुवे से बनी नमकीन भी उपलब्ध है, जिसकी भी मेले में काफी मांग है। उनके स्टॉल में माल्टा, आंवला, पुदीना, बुरांश का जूस भी उपलब्ध है।
इधर मेले में लगे कालिका स्वयं सहायता समूह के स्टॉल में जैविक दालें, पहाड़ी बड़ी, मडुवे के बिस्किट, रस, बन, लाल चावल, झंगोरा, जम्बू, गन्दरेणी, ऐपण, पहाड़ी मसालों की जमकर खरीद हो रही है।

पसंद आ रहे घास से बने हॉटपॉट
गेंहू व कांस की घास से बने हैण्डी ग्राफ मेले में लोगों को खूब आकर्षित कर रहे हैं। लक्ष्मी स्वयं सहायता समूह नकुलिया (सितारगंज) से आयी बबीता राना व सोनी राना ने बताया कि मेले में घास के बने हॉट केस की जमकर बिक्री हो रही है। इसके अलावा फलों की टोकरी, फ्लावर पॉट, बैग आदि भी लोगों की पसंद बने हुये हैं। उन्होंने बताया कि एक उत्पाद को बनाने में एक दिन का समय लगता है। उनके समूह से जुड़कर कई महिलाएं अपनी आजीविका चला रही हैं।

घास से बनी टोकरियां व बर्तन दिखाती युवतियां
घास से बनी टोकरियां व बर्तन दिखाती युवतियां

पहाड़ी पापड़ व बड़ी भी भा रही
मेले में ककड़ी, पेठा, नाल, पापड़ आदि की बडिय़ां भी लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रही हैं। श्रद्धा स्वयं सहायता समूह रानीबाग के स्टॉल में लोग बडिय़ों के अलावा मंूग व उड़द की दाल के पापड़ की भी खरीददारी कर रहे हैं। स्टॉल संचालन कर रही प्रियांशी अग्रवाल व शगुन अग्रवाल का कहना है कि उनका परिवार पिछले 15 सालों से इस कार्य में हैं। स्टॉल में लोग पापड़, मडुवे व मक्के के बिस्किट व मडुवे के आटे की ज्यादा मांग है। इसलिये उन्हें ग्राहकों की ओर से बडिय़ों व पापड़ के लिये ऑडर भी मिले हैं।

बड़ी,पापड़ के स्टाल में मौजूद युवतियां
बड़ी,पापड़ के स्टाल में मौजूद युवतियां

पसंद आ रहे घास से बने हॉटपॉट
गेंहू व कांस की घास से बने हैण्डी ग्राफ मेले में लोगों को खूब आकर्षित कर रहे हैं। लक्ष्मी स्वयं सहायता समूह नकुलिया (सितारगंज) से आयी बबीता राना व सोनी राना ने बताया कि मेले में घास के बने हॉट केस की जमकर बिक्री हो रही है। इसके अलावा फलों की टोकरी, फ्लावर पॉट, बैग आदि भी लोगों की पसंद बने हुये हैं। उन्होंने बताया कि एक उत्पाद को बनाने में एक दिन का समय लगता है। उनके समूह से जुड़कर कई महिलाएं अपनी आजीविका चला रही हैं।

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