चित्रशिला घाट में लगाए तुलसी के पौधे, चलाया सफाई अभियान
हल्द्वानी। स्पर्श गार्गी अभियान के तहत हिमालयन एजुकेशनल रिसर्च एण्ड डवलपमेंट सोसायटी हडर्स ने रानीबाग क्षेत्र में चित्रशिला घाट की सफाई की। साथ ही जल प्रदूषण के लिए जिम्मेदार मृतकों के नए-पुराने कपड़े, दवाइयां, जूते-चप्पलें, श्रृंगार का सामान, कर्म-कांड की वस्तुएं आदि अजैविक वस्तुओं को निकालकर नष्ट किया गया।
स्वयंसेवी युवाओं, महिलाओं एवं बुजुर्गों ने कंचन जोशी एवं ज्योति रजवार के नेतृत्व में चित्रशिला घाट पर सफाई अभियान चलाया। स्पर्श गंगा अभियान के तहत सफाई के दौरान पॉलीथिन को एकत्र किया गया और तुलसी के पौधे भी लगाए।
इस अवसर पर शिक्षाविद डा. एएस उनियाल ने कहा कि गार्गी को प्रदूषण मुक्त करने के लिए प्रत्येक समुदाय के लोगों को एकजुट होकर कार्य करना होगा क्योंकि गार्गी नदी के पानी को पेयजल के रूप में हल्द्वानी एवं आस-पास के क्षेत्रों में उपयोग किया जाता है, ऐसे में चित्रशिला घाट की नियमित सफाई जरूरी है। अगर ऐसा नहीं हुआ तो कभी भी कोई गंभीर बीमारी फैल सकती है।
पर्यावरणविद डा. एसडी तिवारी ने घाट पर आने जाने वाले श्रद्धालुओं से गंदगी नहीं करने, अंत्येष्टि में आने वाले लोगों से मानव अंगों को पूर्ण रूप से जलाने और दवाइयां व कपड़े आदि नदी में प्रवाहित न कर पानी की शुद्धता बनाए रखने में सहयोग की अपील की गई।
इस अवसर पर हर्डस के सचिव प्रो. अतुल जोशी ने कहा कि गार्गी की निर्मलता एवं स्वच्छता को समझते हुए इस अभियान में अब युवाओं के साथ महिलाएं भी सामाजिक संकीर्णता एवं रूढ़ीवादिता का परित्याग कर श्रमदान कर रही हैं एवं सभी स्वयंसेवी महिलाएं चित्रशिला घाट की सफाई घर की तरह ही कर रही हैं। इस अवसर पर समाजसेवी नरेंद्र सिंह रजवार, विनोद जोशी, ललित पंत, चारू तिवारी, योगेश पाण्डे, रवि, मनोज, नैना, दीपिका के अलावा शव यात्रा में आए प्रबुद्ध जनों ने भी सहयोग दिया।