मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण की बोर्ड बैठक में ईको रिजार्ट को मंजूरी देने का लिया निर्णय
देहरादून। मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण (एमडीडीए) की बोर्ड बैठक में दूरस्थ पहाड़ी इलाकों में कृषि भूमि पर ईको रिजॉर्ट के निर्माण को तय शर्तों के साथ मंजूरी देने का निर्णय लिया गया। प्राधिकरण के इस फैसले से पहाड़ी क्षेत्रों में पर्यटन की नई संभावनाओं को विकसित किया जा सकेगा।
एमडीडीए के उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी ने बताया कि बोर्ड बैठक में फसाड नीति को भी कुछ शर्तों के साथ मंजूरी दी गई है। इसके तहत शहर में मुख्य मार्गों पर फसाड का कार्य किया जाएगा। प्राधिकरण ने इसके लिए वास्तुकला, कलाकृति एवं शिल्प के समावेश से खास डिजाइन भी तैयार किए हैं। यह ऐसे पहाड़ी डिजाइन हैं, जिनका प्रयोग भवन स्वामी कर सकेंगेे।
इन डिजाइनों का प्रयोग कर शहर में बनने वाले नए मकानों को पूरी तरह से पहाड़ी कल्चर में रंगा जाएगा। मार्गों पर बने भवनों में भूतल से लेकर ऊपरी तलों तक फसाड के तहत कार्य होगा। ढालू छतों से लेकर खिड़की, दरवाजे, रोशनदान आदि पहाड़ी कल्चर में बना सकेंगे। पहाड़ी डिजाइन में मकान बनाने वालों को एमडीडीए की ओर से एक अतिरिक्त मंजिल बनाने की अनुमति दी जाएगी।
सिंगल विंडो सिस्टम से मोबाइल टावर लगाने को मिलेगी मंजूरी
छतों पर मोबाइल टॉवर लगाने को लेकर आने वाली समस्याओं और विरोध को देखते हुए अब सिंगल विंडो सिस्टम को मंजूरी दी गई है। मोबाइल टॉवर से संबंधित मानचित्र को पास कराने के लिए आईटीडीए में आवेदन करना होगा।
25 प्रतिशत तक की मिलेगी छूट
बोर्ड बैठक में मानचित्रों में सड़क की चैड़ाई के मानकों को लेकर भी शिथिलता दी गई। इसमें 25 प्रतिशत तक की छूट को प्राधिकरण ने मंजूरी दी। प्लाट एरिया, सड़क की चैड़ाई और एफएआर में 25 प्रतिशत तक की छूट के साथ नक्शों को पास कराया जा सकेगा। बैठक में 50 से अधिक मानचित्र भी स्वीकृत किए गए।