250 लक्ष्य के सापेक्ष महज 48 को ही मिला है अब तक लोन
कुमाऊं जनसन्देश डेस्क
हल्द्वानी। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की प्राथमिकता में शामिल मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना (एमएसवाई) परवान नहीं चढ़ पा रही है। स्वरोजगार की राह में बैंक रोड़ा बन रहे हैं। 250 लोगों को योजना में लोन देने के लक्ष्य के सापेक्ष अब तक महज 48 को ही लोन राशि मिल पाई है। जबकि योजना लागू हुए तीन माह से अधिक समय बीत चुका है और कई दौर के साक्षात्कार भी जिला उद्योग केन्द्र करा चुका है। इस ढिलमुल रवैये पर मुख्य विकास अधिकारी नरेंद्र सिंह भंडारी ने खासाी नाराजगी जताई है। उन्होंने बैंक अधिकारियों को लम्बित आवेदनों पर शीघ्र विचार करने के निर्देश दिए हैं।
योजना को धरातल पर करें लागू: सीडीओ
मंगलवार को मुख्य विकास अधिकारी नरेन्द्र सिंह भण्डारी की अध्यक्षता में डिस्ट्रिक को-आपरेटिव बैंक सभागार में मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना की समीक्षा बैठक आयोजित हुई। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी ने बैंक अधिकारियों को निर्देश दिये कि मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना राज्य की सर्वोच्च प्राथमिकता वाली योजना है। अतः योजना में बैंक में लम्बित आवेदनों पर अधिक से अधिक ऋण स्वीकृत एवं वितरण करना सुनिश्चित करें।
बैंकों को भेजे गए हैं 389 आवेदन पत्र: विपिन
महाप्रबन्धक उद्योग विपिन कुमार ने बताया कि जनपद में बैंकों को प्रेषित 389 आवेदन पत्रों के सापेक्ष 105 आवेदनों पर ऋण स्वीकृत कर दिया गया है तथा 48 आवेदनों पर ऋण भी वितरण कर दिया गया है। जनपद को आवंटित लक्ष्य के सापेक्ष प्रगति काफी कम होने के कारण मुख्य विकास अधिकारी द्वारा लीड बैंक प्रबन्धक एंव महाप्रबन्धक उद्योग केन्द्र को निर्देशित किया कि वे हर तीन दिन में बैंक शाखावार व लाभार्थी के नाम सहित प्रगति से अवगत करायेगे तथा लम्बित आवेदनों पर बैंक एवं लाभार्थी से वार्ता कर ऋण स्वीकृत एवं वितरित कराना सुनिश्चित करें।
बैठक में जीएम एनडीसीबी प्रकाश दुम्का, अग्रणी बैंक प्रबंधक पीएस जंगंपागी, स्टेट बैंक, केनरा बैंक, यूजीबी, पीएनबी, इलाहाबाद बैंक आदि बैंक के प्रबंधक मौजूद थे।