जरूरत पड़ने पर शहरीय क्षेत्रों की धर्मशालाओं, बारातघरोें में भी कराया जाएगा संस्थागत कोरेन्टाइन
कुमाऊं जनसन्देश डेस्क
हल्द्वानी। बाहरी राज्यों या राज्य के ही दूसरे शहरों से नैनीताल जिले की गांव या बस्ती में आने वाले लोगों से संक्रमण न फैले, इसके लिए जिला प्रशासन खासी एहतियात बरत रहा है। जिला प्रशासन ने बाहर से जिले में आने वाले लोगों को स्कूल, पंचायत भवन, धर्मशालाओं या बारातघरों में ठहराने का निर्णय लिया है। इस सम्बंध में जिलाधिकारी सविन बंसल ने वीआरटी तथा सीआरटी टीमों के कार्यो की समीक्षा के दौरान अधिकारियों को आवश्यक निर्देश जारी कर दिए हैं।
जिलाधिकारी ने कहा है कि जनपद में बाहर से ट्रेनों, बसों तथा प्राइवेट वाहनों से आने वालों की संख्या में एकाएक बढोत्तरी हो गई है। ऐसे लोग उत्तराखण्ड कंे अन्य जनपदों के साथ टेªनों व बसों के जरिये देश के विभिन्न प्रदेशों से भी लोगों के आने का सिलसिला रफ्तार पकड़ रहा है। रेलवे मंत्रालय द्वारा आने वाले समय में ट्रेनों के नये शिड्यूल भी की घोषणा की जानी है, इससे जनपद में बाहर से आने वाले लोगों संख्या मे बेहताशा वृद्धि होगी।
कहा कि बाहर से जनपद में आने वाले लोगांे को ग्रामीण क्षेत्रों में स्कूलांे, पंचायत भवनों में अनिवार्य रूप से कोरेन्टाइन में रखा जाए। इन भवनों में सूक्ष्म व्यवस्थायेें सभी ग्राम प्रधान ग्राम निधि से करंेगे। इसी प्रकार शहरीय क्षेत्रों में आने वाले बाहरी लोगों को कोरेन्टाइन कराये जाने की जिम्मेदारी सम्बन्धित निकाय के अधिशासी अधिकारी की होगी। ऐसे लोगो को शहरीय क्षेत्रों की धर्मशालाओं, बारातघरोें मे संस्थागत कोरेन्टाइन कराया जाए तथा आवश्यकतानुसार निजी पृथक कमरे मे कोरेन्टीन कराया जाए। ऐसे लोगों की नियमित 14 दिन तक मानिटरिंग एवं स्वास्थ्य परीक्षण की व्यवस्था भी की जाए। संदिग्ध लोगों को जिनके लक्षण स्पष्ट दिख रहे हों उन्हंे जांच के लिए चिकित्सालय मे लाया जाए।
बैठक मे मुख्य विकास अधिकारी विनीत कुमार, जिला विकास अधिकारी रमा गोस्वामी, मुख्य चिकित्साधिकरी डा. भारती राणा, जिला अर्थ संख्याधिकारी एलएम जोशी, जिला कार्यक्रम अधिकारी अनुलेखा बिष्ट, एसीएमओ डा. रश्मि पंत, डा. तरूण कुमार टम्टा आदि मौजूद थे।