निरीक्षण करते कुमाऊं कमिश्नर

ईओ ने कुमाऊं कमिश्नर को बोल दिया, मैं अकेला हूं, क्या-क्या काम देखूं

उत्तराखण्ड ताजा खबर नैनीताल

अधिशासी अधिकारी का तत्काल वेतन और पेंशन तत्काल रोकने के निर्देश
भीमताल। कुमाऊं कमिश्नर राजीव रौतेला ने शनिवार को भीमताल पहुंचकर शासकीय कार्यालयों, नगर पालिका में आकस्मिक छापेमारी के दौरान अव्यवस्थाएं दिखाई दी। सफाई का भी बुरा हाल देखा गया। हद तो तक हो गई जब पालिका में गंदगी को लेकर पूछे सवाल के जवाब में नगर पालिका ईओ ने साफ कह दिखा, मैं तो तो अगले महीने रिटायर हो रहा हूं, स्टाफ है नहीं क्या-क्या देखूं। ऐसा जवाब सुनकर कमिश्नर भड़क उठे। उन्होंने पालिका की प्रशासक व एसडीएम रेखा कोहली कों भी व्यवस्था में सुधार के निर्देश दिये।
मण्डलायुक्त ने नगर पालिका कार्यालय में व्याप्त भयंकर गन्दगी, अस्त, व्यस्त अभिलेखों कार्यालय मे लगे जालों के अलावा परिसर मे कूडे के ढेरों पर नाराजगी व्यक्त करते हुये अधिशासी अधिकारी भूपेन्द्र सिह रावत से जब जवाब तलब किया तो उन्होंने आयुक्त को दो टूक शब्दों में कहा कि सर मेरा तो अगले महीने मंे रिटायरमेन्ट है, और मै अकेला हूं स्टाफ है नहीं मैं क्या-क्या देखू। यह सुनकर उन्होंने मौके पर मौजूद जिलाधिकारी विनोद कुमार सुमन को निर्देश दिये कि अधिशासी अधिकारी का तत्काल वेतन और पेंशन तत्काल प्रभाव से रोक दिया जाए और इन्हे यहां से शासन के लिए कार्यमुक्त कर दिया जाए। उन्होंने नगर पालिका की प्रशासक एवं उपजिलाधिकारी रेखा कोहली को भी इस लापरवाही एवं उदासीनता के लिए दोषी ठहराते हुये कार्यशैली ठीक करने की बात कही।
थानाध्यक्ष से तलब की रिपोर्ट
आयुक्त के संज्ञान मंे यह भी आया कि जुलाई 2017 मंे सेवानिवृत्त हुये अधिशासी अधिकारी पानसिह बोरा द्वारा एक वर्ष बीत जाने के बाद भी नगर पालिका का चार्ज नहीं दिया है। यहां तक कि उन्हांेने अभी तक नगर पालिका के अभिलेख, चेकबुक, कैशबुक भी नहीं सौंपी है। इस बावत नगर पालिका द्वारा भीमताल थाने में सेवानिवृत्त अधिशासी अधिकारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है जिस पर अभी तक कार्रवाई नहीं हुई है। इस जानकारी पर आयुक्त द्वारा हैरानी व्यक्त की गई उन्होने थाना अध्यक्ष भीमताल से कृत कार्यवाही कि रिर्पोट तलब की है तथा इस वित्तीय अनुशासनहीनता के लिए उन्होंने नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी की पेंशन तत्काल रोकने के निर्देश दिये।

एक्वेरियम का भी निरीक्षण किया
आयुक्त द्वारा झील के बीच बनाये गये एक्वेरियम का भी निरीक्षण किया और उसकी खस्ता हालत देखकर भी आयुक्त नाखुश नजर जाये। उन्होंने कहा पर्यटको के लिए बनाया गया यह एक्वेरियम इस हाल मे पहुचाने के लिए हम स्वयं जिम्मेदार हैं। उन्होने जिलाधिकारी सुमन से कहा कि एक्वेरियम को पर्यटको एंव जनसाधारण के लिए उपयोगी एवं आकर्षक बनाये जाने के लिए विस्तृत कार्य योजना तैयार करें।

मत्स्य विभाग में मचा हड़कंप
निरीक्षण के दूसरे चरण में आयुक्त उपनिदेशक मत्स्य कार्यालय जा धमके। आयुक्त को दफ्तर मे देखकर मत्स्य महकमे मंे हडकम्प मच गया। चार दिन पहले पौड़ी से स्थानान्तरित आये उपनिदेशक गोधन सिह बिष्ट अपने कार्यालय में आयुक्त को देखकर सकपका गये। आयुक्त ने मत्स्य विभाग के सभी ज्येष्ठ मत्स्य निरीक्षकों से अलग-अलग वार्ता की कोई भी निरीक्षक उनके प्रश्नों का संतोषजनक उत्तर नही दे पाया। कार्यालय मंे गन्दगी एवं निष्प्रयोज्य सामान को देखकर आयुक्त काफी नाराज हुये और एक सप्ताह के भीतर निष्प्रयोज्य सामान की नियमानुसार नीलामी कराने के निर्देश दिये। निरीक्षण के दौरान मुख्य विकास अधिकारी विनीत कुमार, संयुक्त मजिस्टेªट अभिषेक रूहेला, उपजिलाधिकारी रेखा कोहली के अलावा अधिशासी अभियन्ता सिचाई हरीश चन्द्र भारती एवं विकास महकमे के अधिकारी मौजूद थे।

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