उच्च शिक्षा उन्नयन समिति के उपाध्यक्ष डा. बिष्ट ने किया लोकार्पण
कुमाऊं जनसन्देश डेस्क
हल्द्वानी। दूरस्थ ब्लाक ओखलकांडा के पतलोट में स्थित राजकीय महाविद्यालय पतलोट का अब अपना कुलगीत तैयार कर लिया गया है। महाविद्यालय के विद्यार्थी किसी भी कार्यक्रम में इसका गायन कर सकेंगे। महाविद्यालय के कुलगीत को कालेज के प्राचार्य डा. एमसी पांडे ने लिखा है। डा. पांडे हमेशा छात्रों को बेहतर शिक्षा व सुविधाएं दिलाने का प्रयास करते रहते हैं।
मंगलवार को उच्च शिक्षा निदेशालय में कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उत्तराखंड उच्च शिक्षा उन्नयन समिति के उपाध्यक्ष डा. बहादुर सिंह बिष्ट ने राजकीय महाविद्यालय पतलोट के कुलगीत जयति जय-जय, जयति जय-जय, जयति जय-जय हो एवं नए लोगो का लोकार्पण किया। उन्होंने इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. एमसी पाण्डे की प्रशंसा करते हुए कहा कि दुर्गम क्षेत्र में स्थित किसी छोटे महाविद्यालय का कुलगीत होना गर्व की बात है। किसी संस्था के कुलगीत में उसकी भावनाएं, विशेषताएं, आसपास का वातावरण सब कुछ समाहित होता है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए उच्च शिक्षा निदेशक डा. कुमकुम रौतेला ने कहा कि ये हर्ष का विषय है कि पतलोट महाविद्यालय का सारगर्भित कुलगीत तैयार है। दूरस्थ पर्वतीय अंचल में स्थित महाविद्यालय की ऐसी सक्रियता सबके लिए प्रेरणादायक है। इस कुलगीत की रचना प्राचार्य डा. एमसी पाण्डे ने की है। अब महाविद्यालय के विद्यार्थी किसी भी कार्यक्रम में इसका गायन कर सकेंगे। कार्यक्रम का संचालन हिन्दी की एसोसिएट प्रोफेसर डा. विमला सिंह ने व आभार ज्ञापन प्राचार्य डा. एमसी पाण्डे ने किया। इस अवसर पर उपनिदेशक डा. एनएस बनकोटी एवं डा. राजीव रतन, सहायक निदेशक डा. एचएस नयाल, डा. प्रेम प्रकाश, डा. लल्लन प्रसाद, डा. सिजवाली आदि उपस्थित रहे।