हल्द्वानी। बीते दिन भीमताल के पास खाई में रोडवेज बस के गिरने से चार लोगों की मौत हो गई थी। जबकि 25 घायल हैं। अधिकांश का हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल में उपचार चल रहा है। दुर्घटनाग्रस्त बस के चालक का कहना है कि हल्द्वानी से भीमताल की तरफ आ रही कार लंबा मोड़ काटते हुए बस के सामने अचानक आ गई और उसे बचाने के चक्कर में हादसा हो गया। जबकि उसने बस को सउ़क पर लाने की पूरी कोशिश की। वहीं हादसे के बाद कार चालक भाग निकला।
हल्द्वानी डिपो के घायल चालक रमेश चंद्र पांडे को एसटीएच लाया गया है। उन्होंने बताया कि बस भीमताल से निकली ही थी कि आमडाली के पास एक तेज रफ्तार कार हल्द्वानी से आ रही थी। मोड़ काटते समय कार विपरीत दिशा में पहुंच गई, उसे बचाने के लिए मैंने बस पैरापिट की तरफ काटी। बस पैरापिट से टकरा गई।
मैंने बस को सड़क की तरफ लाने की काफी कोशिश की, लेकिन बस खाई में गिर गई। हादसा होते ही कार चालक भाग गया। एसटीएच में भर्ती घायल परिचालक गौलापार निवासी गिरीश चंद्र दानी ने बताया कि बस पिथौरागढ़ से सुबह 5ः15 बजे चली। दोपहर में बस के भीमताल पहुंचने से कुछ दूर पहले गलत दिशा से एक कार आ रही थी। कार को बचाने के चक्कर में बस अचानक पैरापिट से टकरा गई। इसके बाद उन्हें होश नहीं रहा। वह मंजर भयानक था, अचानक आंखें बंद हो गई।

हादसे में इनकी गई जान
खड़क सिंह (55) पुत्र जय सिंह, निवासी खेला धारचूला
गंगा धामी (48) पत्नी खड़क सिंह, निवासी खेला धारचूला
सुरेंद्र सिंह धर्मसत्तू (58) पुत्र ललित सिंह, निवासी टिमटिया तेजम, पिथौरागढ़
दक्ष पंत (6) पुत्र विनोद पंत, ग्राम सिमायल बेड़ीनाग हाल निवासी पिथौरागढ़
नैनीताल घूमने के अचानक बने प्लान ने बचा ली 10 छात्राओं की जिंदगी
भीमताल के आमडाली में हुए हादसे में 10 छात्राओं को किस्मत ने बचा लिया। पिथौरागढ़ के नर्सिंग कॉलेज की ये छात्राएं बुधवार को छुट्टी के चलते अपने घर जाने के लिए हल्द्वानी का टिकट लेकर बस में बैठी थीं। फिर अचानक नैनीताल घूमने का प्लान बनने पर वे घटनास्थल से करीब छह किलोमीटर पहले खुटानी में उतर गईं।
हादसे का शिकार हुई हल्द्वानी डिपो की बस यूके 07 पीए 2822 बुधवार सुबह पिथौरागढ़ से हल्द्वानी के लिए रवाना हुई थी। इसमें परिचालक गिरीश चंद्र दानी और चालक रमेश चंद्र पांडे थे। डॉ. सुशीला तिवारी अस्पताल में भर्ती परिचालक गिरीश दानी ने बताया कि इन छात्राओं के हल्द्वानी के बजाय खुटानी में उतरने का कारण उन्होंने पूछा। इस पर उन्होंने नैनीताल घूमने का अचानक प्लान बनने की बात कही। कहा, वे अब कल (बृहस्पतिवार) हल्द्वानी जाएंगी। इस तरह हादसे से पहले ही बस से उतरना उनके लिए किस्मत का साथ बन गया। अगर वे बस में बैठी होती तो हादसे में चोट लगना तय था।
मृतकों के परिजनों को मिलेगी 10-10 लाख की आर्थिक मदद
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भीमताल में हुई बस दुर्घटना के मृतकों के परिजनों और घायलों को राहत राशि देने के निर्देश दिए। मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये की सहायता दी जाएगी। इस राशि में उत्तराखंड परिवहन निगम की ओर से पांच-पांच लाख, जबकि सड़क सुरक्षा निधि से दो-दो लाख रुपये दिए जाएंगे। मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से तीन-तीन लाख रुपये मिलेंगे। गंभीर घायलों को तीन-तीन लाख और सामान्य घायलों को 15 से 25 हजार रुपये दिए जाएंगे। सीएम ने अधिकारियों को गंभीर रूप से घायल लोगों को आवश्यकता अनुसार हायर सेंटर रेफर करने के भी निर्देश दिए।
