एक माह के ऐपण आधारित प्रशिक्षण कार्यक्रम का हुआ समापन
कुमाऊं जनसन्देश डेस्क
हल्द्वानी। जिलाधिकारी आइएएस सविन बंसल का सपना नैनीताल जनपद को ऐपण उत्पादों के रूप में विशेष पहचान दिलाना है। इसके लिए डीएम बंसल के निर्देशन में उद्योग विभाग भी बेरोजगार महिलाओं व युवतियों को ऐपण कला में दक्ष बनाने के लिए प्रयास कर रहा है। जिलाधिकारी बंसल की विशेष पहल पर ही पहली बार ऐपण कला का प्रशिक्षण ले रहे प्रशिक्षणार्थियों को दो-दो हजार रुपये बतौर प्रोत्साहन राशि उपलब्ध कराए गए हैं। प्रशिक्षणार्थियों ने इसके लिए डीएम बंसल का आभार भी जताया है।
बुधवार को जिला उद्योग केन्द्र के महाप्रबंधक विपिन कुमार ने जिलाधिकारी बंसल के निर्देशन में कुसुमखेड़ा में आयोजित एक माह के ऐपण कला आधारित प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन किया। इस अवसर पर प्रशिक्षणार्थियों को दो-दो हजार रुपये मानदेय के साथ ही प्रमाण पत्र भी प्रदान किए गए। प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षणार्थियों ने ऐपण कला के विभिन्न उत्पाद तैयार कर उनकी बिक्री के बाद 31 हजार रुपये का व्यवसाय भी किया।
इस अवसर पर महाप्रबंधक विपिन कुमार ने बताया कि जिलाधिकारी बंसल का सपना है कि नैनीताल जिले को ऐपण उत्पादों के रूप में विशेष पहचान दिलाई जाए। इससे महिलाओं व युवतियों को स्वरोजगार को प्राप्त होगा ही साथ ही ऐपण कला के रूप में कुमाऊंनी संस्कृति का भी व्यापक प्रचार-प्रसार हो सकेगा। बताया कि डीएम की मंशा के अनुसार विभाग भी ऐपण कला आधारित प्रशिक्षण इच्छुक लोगों को दिला रहा है। इस दौरान जिला उद्योग केन्द्र के पूर्व प्रबंधक योगेश चंद्र पांडेय ने भी प्रशिक्षणार्थियों का उत्साहवर्धन किया। जिला उद्योग केन्द्र के प्रबंधक सुनील कुमार पंत ने जनपद में ऐपण कला के महत्व व इससे स्वरोजगार के स्वरूप पर चर्चा की।
कार्यक्रम का संचालन निर्मला सोशल रिसर्च एंड डवलपमेंट सोसाइटी के निदेशक संजीव कुमार भटनागर ने किया। इस अवसर पर मास्टर क्राफ्टमैन नीमा मेहरा, नीमा बिष्ट, तुलसी चंद्र, नेहा भटनागर, माधवी बिष्ट, कंचन सिंह, नेहा बंगारी, सुनीता जोशी, लीला नेगी, हेमा बिष्ट, दुष्यंत आदि मौजूद थे।