हल्द्वानी। जिला पंचायत अध्यक्ष सुमित्रा प्रसाद ने कहा कि बेरोजगार युवक/युवतियों को शिल्प व ऐपण कला में आधुनिक तकनीकी का प्रयोग कर सुनहरा भविष्य बनाना चाहिए। कहा किहस्तशिल्प कला को विलुप्त होने से बचाने के लिए नई तकनीकी का इस्तेमाल किया जा सकता है। उन्होंने विलुप्त हो रही कला को जीवित रखने के लिए आधुनिक डिजायन का समावेश कर ऐपण के नए उत्पाद तैयार करने पर जोर दिया। सुमित्रा प्रसाद ने यह विचार मंगलवार को ग्राम चैसला दमुवाढूंगा में भारत सरकार की हस्तशिल्प विकास योजना के तहत ऐपण/जूट की दो माह की कार्यशाला के शुभारंभ अवसर पर कही। प्रशिक्षणार्थियों को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि कला में आाधुनिक तकनीकी के इस्तेमाल के जरिये हुनर के बल पर अच्छा स्वरोजगार स्थापित किया जा सकता है। वहीं जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक योगेश चंद्र पांडे ने योजना के उददेश्य व शिल्पियों के लिए संचालित विभागीय योजनाओं की जानकारी देते हुए लाभ उठाने का आहवान किया। डिजायन विशेषज्ञ रवि ने भी डिजायन व इसके महत्व पर प्रकाश डाला। इस दौरान राकेश वर्मा, नंदन टम्टा, हृदयेश कुमार, जितेंद्र कुमार, सुमन बिश्ट, हरीश आर्या, आनंद जोशी, बंटी आदि मौजूद थे।
अगर आपके पास भी कोई खबर या समाजहित से जुड़ा लेख या विचार है तो हमें मेल करें-vinodpaneru123@gmail.com