अल्मोड़ा। मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह के दौरे का तत्काल असर होने लगा है। कुमाऊं में ऐपण व शिल्प उत्पादों की बिक्री बढ़ाने का जरिया कुमाऊं मंडल विकास निगम के आवास गृहों को बनाया जाएगा। इससे ऐपण व शिल्प उत्पादों की मांग बढ़ने के साथ ही इस स्वरोजगार में लगे लोगों की आय भी इजाफा हो सकेगा। मुख्य सचिव के दौरे के बाद अल्मोड़ा जिलाधिकारी इवा आशीष श्रीवास्तव ने उद्योग विभाग महाप्रबंधक को इस सम्बंध में निर्देश जारी कर दिये हैं। डीएम के अनुसार ऐपण व शिल्प कला की लोकप्रियता व बिक्री बढ़ाने के लिए इन्हें कुमाऊं मंडल विकास निगम के पर्यटक गृहों पर रखा जाए, इसके लिए उन्होंने उद्योग विभाग महाप्रबंधक को केएमवीएन महाप्रबंधक से समन्वय स्थापित कर इस दिशा में ठोस कदम उठाने को कहा है। इसी क्रम मे डीएम ने अखिल भारतीय हस्तशिल्प कला प्रशिक्षण कार्यक्रम का जायजा लिया। जिलाधिकारी ने महाप्रबन्धक उद्योग को निर्देश दिये कि इनके द्वारा बनाये गये माल की मार्केटिंग की व्यवस्था के लिये ठोस पहल की जाए। साथ ही इनके उत्पाद को कुमाऊं मण्डल विकास निगम के पर्यटक आवास गृह में रखने की व्यवस्था मुख्य सचिव के अल्मोड़ा भ्रमण के दौरान दिये गये निर्देशों के क्रम में की जाए। इस सम्बन्ध में महाप्रबन्धक कुमाऊं मण्डल विकास निगम नैनीताल से समन्वय स्थापित कर इसकी व्यवस्था की जाए।
जिलाधिकारी ने यहां पर बनाये जा रहे फाइल कवर, धूल्लीअर्ग चौकी, लक्ष्मीचौकी, सरस्वती चौकी सहित साड़ियों, कुर्ता, पैजामा व वास्केट में की जा रही ऐपण कलाकारी को बारीकी से देखा और चेली ऐपण संस्था की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि उनके द्वारा बनाये गये माल को होटलों, रिर्साेटो एवं व्यवसायिक प्रतिष्ठानों मंे रखा जायेगा। जिलाधिकारी ने इस अवसर पर महाप्रबन्धक उद्योग केन्द्र को निर्देश दिये कि पूर्व में विकास भवन में ऐपण कला को और अधिक विकसित करने के लिये दीवालों पर ऐपण की फ्रेमिंग करने के साथ ही उसे एक सप्ताह के भीतर लगाना सुनिश्चित करें। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने सहायक निदेशक हस्तशिल्प नन्दी बिष्ट से भी इस सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी प्राप्त की। महाप्रबन्धक उद्योग केन्द्र डा. दीपक मुरारी ने इन कार्यक्रमों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। इस अवसर पर सचिव विनीता रानी, उद्योग विभाग के डीएस पंचपाल एवं हस्त शिल्प के अनुदेशक भी उपस्थित थे।
