हल्द्वानी। हल्द्वानी में सोमवार देर रात भक्त प्रहलाद की मूर्ति खंडित हो जाने से बड़ा बवाल हो गया था। अराजक तत्वों पर मूर्ति खंडित करने की आशंका थी। मगर पुलिस खुलासे में यह बात सामने आई है कि गणेश महोत्सव का पंडाल उतारने के दौरान मूर्ति खंडित हुई थी।
सिंधी चौराहा स्थित होलिका ग्राउंड में भक्त प्रहलाद की मूर्ति खंडित होने के मामले में पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस ने मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने फुटेज में मिले संकेत के आधार पर आरोपी सोनू कुमार यादव को हिरासत में ले लिया। पूछताछ में उसने बताया कि गणेश महोत्सव के दौरान लगाए गए पंडाल को उतारने के दौरान मूर्ति खंडित हो गई थी। उसने यह सब जानबूझकर नहीं किया। वहीं सिंधी चौराहे के आसपास नगर निगम ने एहतियात को देखते हुए नो वेंडिंग जोन घोषित कर दिया है। नगर निगम प्रशासन ने होली ग्राउंड के चारों ओर नो वेंडिंग जोन घोषित कर दिया गया है। अब होली ग्राउंड के चारों ओर कोई ठेला-फड़ नहीं लगेगा। नगर आयुक्त विशाल मिश्रा ने बताया कि नगर निगम की एक टीम भी यहां तैनात रहेगी।
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बता दें कि सोमवार की रात को होली ग्राउण्ड में भक्त प्रहलाद की मूर्ति खंडित होने की सूचना पर हिन्दूवादी संगठनों में रोष व्याप्त हो गया। उन्होंने मौके पर जमकर हंगामा भी काटा। साथ ही दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। मामले की नजाकत को भांपते हुए पुलिस प्रशासन के आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए और लोगों को समझाने बुझाने का प्रयास किया। लोग दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग पर अड़े रहे। साथ ही होली ग्राउण्ड के आसपास लगी फड़ ठेलियों को हटाने की मांग करने लगे। प्रदर्शनकारियों ने फड़ ठेली वालों पर ही आरोप लगाने शुरू कर दिए कि इन्हीं में से किसी ने मूर्ति खंडित की है।
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गुस्साए लोगों ने वहां पर लगी फड़ ठेलियों को भी हटाने का प्रयास किया। इससे मामला और गरमा गया और दूसरे समुदाय के लोग भी मौके पर पहुंच गए। जिसके बाद पुलिस प्रशासन ने सूझबूझ का परिचय देते हुए दोनों पक्षों का समझाया और मामले को शांत कराया। हिन्दूवादी संगठनों ने चेतावनी दी कि अगर दोषी की पहचान जल्द नहीं हुई और उसे गिरफ्तार नहीं किया तो मंगलवार को कोतवाली में हनुमान चालीसा का पाठ किया जाएगा। रातभर की कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस ने कई सीसीटीवी फुटेज खंगाले जिसके बाद उन्हें एक फुटेज में संकेत मिल गया। पुलिस ने आरोपी युवक से पूछताछ की तो उसने मूर्ति खंडित होने की बात स्वीकार कर ली। उसने बताया कि पंडाल कि पंडाल हटाने के दौरान मूर्ति खंडित हो गई थी। इसके बाद हिन्दूवादी संगठनों ने अपना विरोध प्रदर्शन वापस ले लिया और मामला शांत हो गया।