विधेयक के पक्ष मेें पड़े 214 वोट, पीएम बोले- यह नारी शक्ति का विशेष सम्मान
नई दिल्ली। देश के संसदीय इतिहास में गुरुवार का दिन ऐतिहासिक साबित हुआ। जब लोकसभा के बाद राज्यसभा ने भी एक तिहाई सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित करने के विधेयक पर सर्वसहमति से मुहर लगा दी।
अब राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद यह विधेयक कानून बनेगा और इसे नारी शक्ति वंदन अधिनियम-2023 के नाम से जाना जाएगा।
बृहस्पतिवार को दिनभर चर्चा के बाद राज्यसभा में उपस्थित सभी 214 सदस्यों ने रात करीब सवा 10 बजे विधेयक के पक्ष में मतदान किया। इस ऐतिहासिक पल का साक्षी बनने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी राज्यसभा में भौजूद रहे। बहस पूरी होने के बाद पोएम मोदी ने कहा, महिला आरक्षण विधेयक नारी शक्ति का विशेष सम्मान है।
चर्चा के दौरान कांग्रेस ने विधेयक को तत्काल लागू करने को मांग की, लेकिन सरकार ने इसे खारिज कर दिया। चर्चा का जवाब देते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा सरकार ने महिला आरक्षण जैसे बिल के जरिये नए संसद भवन को अच्छी शुरुआत देने के लिए विशेष सत्र का आयोजन किया। उन्होंने कहा, भाजपा महिलाओं से जुड़े मुद्दे पर राजनीति नहीं करतो।