कुविवि से एमएससी और फारेस्ट्री के बाद पहुंचे इस मुकाम पर
नैनीताल/हल्द्वानी। मुक्तेश्वर के गहना गांव निवासी और वर्तमान में मल्लीताल रहने वाले सीनियर रिसर्च साइंटिस्ट डा. हरीश सिंह गिनवाल को जबलपुर आईसीएफआरआई का निदेशक बनाया गया है।
कुमाऊं विश्वविद्यालय के डीएसबी से एमएससी तथा पीएचडी फॉरेस्ट्री करने के बाद वेे आज इस मुकाम पर पहुंचे हैं। डा. हरीश हैंपशायर यूनिवर्सिटी यूएसए के पोस्ट डॉक्टोरल फैलो भी रहे हैं।
डीएसबी परिसर नैनीताल के वनस्पति विज्ञान के प्रो. ललित तिवारी ने बताया कि डा. हरीश गिनवाल ने 1991 में आईसीएफआरई से करियर के शुरुआत कर फॉरेस्ट रिसर्च तथा जंगल शिक्षा पर कार्य किया। 11 वर्षो तक वो जेनेटिक इंप्रूवमेंट ऑफ एग्रोफोरेस्ट के फाइल पर कार्यरत रहे। उनका कार्य विशेष पॉपुलेशन एवं संरक्षण डीएनए टूल्स एवं प्रौद्योगिकी है। डा. हरीश के 140से ज्यादा शोध पत्र प्रकाशित हुए हैं तथा 15 विद्यार्थी उनके निर्देशन में पीएचडी कर चुके हैं।

डीएसबी परिसर एलुमनी सेल के अध्यक्ष डा. बीएस कालाकोटी, संयोजक प्रो संजय पंत, महासचिव प्रो ललित तिवारी सहित कूटा महासचिव डा. विजय कुमार, डा. नीलू लोधियाल, डा. दीपक कुमार, डा. संतोष कुमार, डा. दीपाक्ष जोशी, डा. दीपिका गोस्वामी ने उन्हें शुभकामनाएं दी है।
