मुख्य शिक्षा अधिकारी से अभिभावक और ग्रामीण लगा चुके हैं गुहार
भीमताल। धारी ब्लाक में स्थित प्रेमबल्लभ पौड़ियाल राजकीय इंटर कालेज गुनियालेख में स्थायी प्रधानाचार्य न होने से अव्यवस्थाओं का बोलबाला है। स्कूल का भवन भी जर्जर हो चुका है तो कई शिक्षक भी हल्द्वानी से आना-जाना करते हैं। इससे स्कूल में शिक्षण कार्य भी प्रभावित हो रहा है। अभिभावकों और ग्रामीणों ने मुख्य शिक्षा अधिकारी को पत्र भेजकर समस्या से अवगत करा चुके हैं लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है।
राजकीय इंटर कालेज गुनियालेख के एक जागरूक अभिभावक नन्दाबल्लभ भट्ट ने बताया कि ग्रामीणों, अभिभावकों और जनप्रतिनिधियों की ओर से हस्ताक्षरित एक पत्र पूर्व में खंड शिक्षा अधिकारी के माध्यम से मुख्य शिक्षा अधिकारी को भेजा जा चुका है। पत्र में कहा गया है कि राइंका गुनियालेख में छह साल से स्थायी प्रधानाचार्य की तैनाती नहीं हुई है। वहीं प्रभारी प्रधानाचार्य को विभागीय कार्य पूरा करने में ही समय लग जाता है। इससे स्कूल में शिक्षण कार्य और अनुशासन की ओर पर्याप्त ध्यान देना संभव नहीं हो पा रहा है। अनुशासन न होने से कई बार स्कूली बच्चों में मारपीट भी हो चुकी है। वहीं कई शिक्षक हल्द्वानी से आना-जाना करते हैं। इससे भी बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है।
वहीं उनका कहना है यह विद्यालय काफी पुराना विद्यालय है। करीब 70 वर्ष पुराना स्कूल भवन जर्जर हालत में है। दीवारों में कई जगह दरारें हैं तो छत भी बरसात में टपकती रहती है। छत गिरने का भी भय बना रहता है। इससे जानमाल के नुकसान की आशंका से भी इंकार नहीं किया जा सकता है।
वहीं स्कूल में प्रयोगशालाओं का भी अभाव है। इससे इंटर के बच्चे समुचित प्रायोगिक ज्ञान लेने से वंचित हो रहे हैं। उन्होंने मुख्य शिक्षा अधिकारी से व्यवस्थाओं में सुधार की गुहार लगाई है।