kj logo

टेक्नालाॅजी का कमाल: अब एप से पता लग जाएगी पशु की बीमारी और निदान की जानकारी

उत्तराखण्ड टेक्नीकल ताजा खबर देश/विदेश नैनीताल

आर्टीफिशियल इंटेलीजेंस और कंप्यूटर विजन पर एप तैयार
हल्द्वानी/पंतनगर। भारत में टेक्नालाॅजी बहुत तेजी से बढ़ रही है। अब पंत विश्वविद्यालय, पंतनगर प्रौद्योगिकी महाविद्यालय में कंप्यूटर विज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ. एसडी सामंतरे के मार्गदर्शन में एमटेक छात्रों ने आर्टीफिशियल इंटेलीजेंस और कंप्यूटर विजन पर एक एप बनाया है। इस एप पर पशु या फसल की फोटो डालने पर बीमारी और उसके निदान का पता लगाया जा सकता है। इससे समय की बचत होने के साथ ही समय रहते पशु रोग का निदान करना भी संभव होगा।
बता दें कि इन दिनों पंत विवि परिसर में अखिल भारतीय किसान मेला आयोजित हो रहा है। यहाँ विभिन्न प्रकार के बीजों के अलावा, उत्पाद और टेक्नालाॅजी से जुड़ी प्रदर्शित की जा रही हैं।
ौद्योगिकी महाविद्यालय के स्टॉल पर मौजूद छात्रों ने बताया कि डिजिटल टेक्नोलॉजी से पशुपालन प्रबंधन, मॉनीटरिंग और रोगों के निदान में नए आयाम हो रहे हैं। कंप्यूटर विजन का उपयोग पशु की एक्टिविटी मॉनीटरिंग में किया जाता है। जिससे उसके फूड बिहेवियर, स्वास्थ्य आदि का पता लगाया जाता है और ऑटोमेटिक तरीके से जानकारी प्राप्त कर नियत पशु की देखभाल की जा सकती है। कंप्यूटर विजन एआई, एमएल व डीप लर्निंग का प्रयोग करके एक्सरे इमेज से विभिन्न रोगों का पता लगाया जा सकता है। इनकी मदद से एक एप तैयार किया गया है।

उत्तराखंड की जमीन पर होगी महंगे बादाम की खेती

पंतनगर। दुनिया के सबसे महंगे बादाम और यह हृदय रोगियों के लिए रामबाण माने जाने वाले मैकाडेमिया नट की खेती अब उत्तराखंड में भी शुरू होने जा रही है। कोलकाता की शबनम नर्सरी ने आस्ट्रेलियन प्रजाति के इस बादाम के 25-30 साल पुराने मदर प्लांट को भारत में लाकर यहां की जलवायु के अनुकूल विकसित किया है। देश में पहली बार मैकाडेमिया नट के पौधे किसान मेले में शबनम नर्सरी के स्टाल पर उपलब्ध हैं। इसकी खेती तराई और पहाड़ों की ढलानों पर बेहद मुफीद मानी जाती है। इस बादाम में मिनरल्स, फाइबर व एंटी ऑक्सीडेंट प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। जिसकी वजह से यह हृदय रोगियों के लिए रामबाण मानी जाती है।

किसान मेले में लगाए गए स्टाल में मौजूद नर्सरी मालिक आयन मंडल ने बताया कि नेपाल, भूटान, बांग्लादेश में इस बादाम की सफलतापूर्वक खेती होने के बावजूद भारत में इसका एक भी पौधा नहीं था। उन्होंने 25 से 30 साल पुराने मदर प्लांट से यहां की जलवायु के अनुकूल पौधे विकसित किया है।
इन पौधों के लिए -3 से 45 डिग्री तक तापमान उपयुक्त है। इसके पौधों को पानी की आवश्यकता तो होती है लेकिन पानी का जमाव नुकसानदेह होता है।

पौष्टिकता से भरपूर है मैकाडेमिया नट
पंतनगर। एक औंस (28 ग्राम) मैकाडेमिया नट्स में कैलोरी की मात्रा 204, वसा 23 ग्राम, प्रोटीन 2 ग्राम, कार्बोहाइड्रेट 4 ग्राम, शुगर एक ग्राम, फाइबर 3 ग्राम, मँगनीज 58 प्रतिशत, धाइमिन- 22 प्रतिशत, कॉपर 11 प्रतिशत, मैग्नीशियम 9 प्रतिशत, आयरन- 6 प्रतिशत व विटामिन बी6-5 प्रतिशत पाया जाता है।

 

प्याज की खोदाई और पत्तियों की कटाई एकसाथ करेगी मशीन
पंतनगर। जीबी पर कृषि ए प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय स्थित प्रौद्योगिकी महाविद्यालय के कृषि अभियांत्रिकी विभाग में प्राध्यापक डॉ. आरएन पटेरिया के निर्देश में एमटेक छात्र अर्जन क मशीन ईजाद की है। मशीन एक ही बार में प्याज की खाई और अनुपयुक्त पतियों की कटाई एक साथ करेगी। इस मशीन का पट भी दाखिल कर दिया गया है।
किसान मेले में लगे प्रद्योगिकी महाविद्यालय के स्टॉल पर प्रदर्शित ट्रैक्टर चलति आनियन डिल विद टॉपिंग मशीन के बारे में बताते हुए डॉ. अलएन पटेरिया न बताया कि इस मशीन का निर्माण नेशनल इनीशिएटिव फॉर सेंटर अप ऑफ डिजाइन इनोवेशन सेंटर आईआईटी के विनीय सहयोग से पंतनगर केंद्र पर किया गया है।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *