ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के तहत मिले लक्ष्य के करीब जिला उद्योग केन्द्र रुद्रपुर
रुद्रपुंर। बेरोजगार युवाओं के लिए अच्छी खबर है। उद्योगों के लिए प्रसिद्ध तराई का उधमसिंहनगर जिला जल्द ही रोजगार के बंपर अवसर उपलब्ध कराएगा। जिले में 129 उद्योग स्थापित होंगे और करीब 12 हजार से अधिक युवाओं को रोजगार का अवसर मिलेगा। हजारों लोगों को अप्रत्यक्ष रूप से भी लाभ मिलेगा। हालांकि 129 उद्योगों में तमाम उद्योग नए स्थापित होंगे। जबकि कुछ पुराने उद्योग अपना कारोबार बढ़ाकर युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराएंगे। जिला उद्योग केन्द्र इन्वेस्टर्स समिट के लिए मिले लक्ष्य के करीब पहुंच गया है। करीब तीन हजार करोड़ के निवेश के लक्ष्य के सापेक्ष विभाग को 2237 करोड़ के निवेश के प्रस्ताव मिल चुके हैं।
बता दें कि उत्तराखंड सरकार आगामी दिसम्बर माह में देहरादून में ग्लोबल इन्वेटर्स समिट आयोजित कराने जा रही है। इसके लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कमान सम्भाल रखी है। इन्वेस्टर्स समिट को सफल बनाने और विदेशी निवेश प्रदेश में लाने के लिए सीएम धामी लंदन जाकर भी उद्यमियों से वार्ता कर करोड़ों के निवेश के प्रस्ताव ला चुके हैं और दिल्ली में भी रोड शो कर चुके हैं।
वहीं, उद्योग निदेशालय भी लगातार जिला उद्योग केन्द्रों को निवेश के लक्ष्य प्राप्ति की मानिटरिंग कर रहा है। इसके तहत जिले के अफसर लगातार पुराने उद्यमियों के साथ ही नए निवेशकों से सम्पर्क स्थापित कर सरकार की एमएसएमई नीति 2023 के अलावा उद्योगों के लिए महत्वपूर्ण योजनाओं से अवगत कराकर उन्हें उद्योग लगाने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं। इसके सकारात्मक परिणाम भी सामने आ रहे हैं।
जिला उद्योग केन्द्र रुद्रपुर (उधमसिंहनगर) के महाप्रबन्धक विपिन कुमार ने “कुमाऊँ जनसन्देश” से वार्ता करते हुए बताया कि पुराने उद्यमियों के अलावा नए उद्यमी भी सरकार की योजनाओं से खासे प्रभावित दिखाई दे रहे हैं। सरकार की ओर से जिले को तीन हजार करोड़ रुपये के निवेश कराने के प्रस्ताव मिले हैं। इसके तहत जिले को अब तक 129 इकाइयों की स्थापना व पुराने उद्यमों के विस्तार के लिए 2237 करोड़ निवेश के प्रस्ताव प्राप्त हो चुके हैं। बताया कि नवम्बर माह तक तय लक्ष्य तीन हजार करोड़ भी पूरा होने की पूरी उम्मीद है।
महाप्रबन्धक विपिन कुमार ने बताया कि पुराने उद्यमों के विस्तार करने सहित 129 उद्योग लगने से करीब 12 हजार से अधिक रोजगार के अवसर पैदा होंगे। इससे बेरोजगारी की मार झेल रहे युवाओं को भी काफी राहत मिलेगी। वहीं नए उद्योग स्थापित होने से जिले में तमाम तरह के नए उत्पाद तैयार होंगे। इनकी बिक्री से कई स्थानीय डीलरों व कारोबारियों को भी सहुलियत हो सकेगी। हजारों लोगों को अप्रत्यक्ष रूप से भी रोजगार मिल सकेगा।
बताया कि जनपद में वर्तमान में साढ़े नौ हजार से अधिक उद्योगों में करीब 80 हजार लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार मिला है। जबकि लगभग इतने ही लोग अप्रत्यक्ष रूप से लाभांवित हो रहे हैं। इनमें ट्रांसपोर्टर सहित तमाम तरह के सप्लायर, होटल, रेस्टारेंट संचालक, मोटर मैकेनिक आदि शामिल हैं।