
खाद्य प्रसंस्करण उद्योग लगाने के फायदे बताए
धारी। एमएसएमई कार्यशाला में बेरोजगारों को स्वरोजगार से जुड़ने के लिए प्रेरित किया गया। साथ ही खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में उद्यम लगाने के तरीके और फायदे गिनाए गए। गुरुवार को दूरस्थ ओखलकांडा ब्लाॅक के भीड़ापानी में खाद्य प्रसंस्करण उद्यम को प्रोत्साहित करने के लिए एमएसएमई कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें बेरोजगार युवक-युवतियों, किसानों, ग्रामीणों व भावी उद्यमियों को खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में स्वरोजगार के अवसरों से अवगत कराया गया। मुख्य उद्यान अधिकारी भावना जोशी ने खाद्य प्रसंस्करण और इससे जुड़े उद्यमों व योजनाओं की जानकारी दी। जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक योगेश चंद्र पांडे ने खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों में सहायक औद्योगिक नीतियों जैसे एमएसएमई-2015, औद्योगिक विकास योजना-2017, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना, महिला, महिला विशेष प्रोत्साहन योजना, स्टैंड अप और स्टार्ट अप सहित तमाम विभागीय योजनाओं की जानकारी दी। इस अवसर पर क्षेत्र के लोगों को मतदान के प्रति भी जागरूक किया गया। इस मौके पर खाद्य सुरक्षा अधिकारी आरके शर्मा, सहायक प्रबंधक उद्योग उद्योग, ग्रामीण बैंक प्रबंधक महेंद्र सिंह बिष्ट, अपर मुख्य उद्यान अधिकारी कमल जोशी, गणेश खेतवाल, ग्राम प्रधान पूरन सिंह, प्रताप सिंह पडियार, इंद्र कुमार सहित तमाम लोग मौजूद थे।

