हल्द्वानी। उत्तराखंड में बढ़ते नशे के प्रचलन को रोकने को लेकर रामनगर की बेटी और हल्द्वानी ऑनलाइन -2011 ग्रुप की मुख्य एडमिन श्वेता मासीवाल अपनी आवाज बुलंद कर चुकी हैं। उनकी याचिका पर हाईकोर्ट ने भी संज्ञान लिया है। वहीं मामले की गंभीरता को देखते हुए हल्द्वानी ऑनलाइन ग्रुप-2011 के कोर कमेटी टीम को उनकी सुरक्षा की चिंता भी हो रही है। टीम सदस्यों ने राज्य सरकार से पुलिस सुरक्षा के साथ ही आमजन मानस से भी साथ में बने रहने की गुजारिश की है। टीम सदस्यों ने सभी से किसी भी चुनौती से निपटने के लिए साथ देने की अपील की है।
हल्द्वानी ऑनलाइन 2011 कोर टीम सदस्य अमित पांडेय ने बताया कि वत्सल फाउंडेशन की सचिव व हल्द्वानी ऑनलाइन 2011 की फायर ब्रांड मुख्य एडमिन श्वेता मासीवाल जनहित समस्याओं के लिए तत्परता से लामबंद होती आई हैं। उनके द्वारा हाल में हाइकोर्ट में डाली गयी नशामुक्ति के संदर्भ में उत्तराखंड उच्च न्यायालय में जनहित याचिका दायर की गई, जिसमें नशे के बढ़ते चलन, नशा उन्मुक्ति पर शोध आंकड़े प्रस्तुत कर इस पर तत्काल रोक लगाने की मांग की गयी है। याचिका में प्रदेश में सरकारी नशा उन्मुक्ति केंद्र के अभी तक अस्तित्व में न होने पर भी सवाल खड़े किये हैं। मामला इतना गम्भीर है की हाइकोर्ट ने भी इस पर अपनी कठोर टिप्पणी करते हुए प्रदेश सरकार सहित आला अफसरों से चार सप्ताह में जवाब तलब कर लिया है। श्वेता मासीवाल के इस कदम ने ड्रग माफियाओं के कान खड़े कर डाले हैं जिसकी वजह से समय की मांग को देखते हुए हल्द्वानी ऑनलाइन 2011 समूह श्वेता मासीवाल के लिए उत्तराखंड सरकार से पुलिस सुरक्षा की मांग करता है अन्यथा किसी भी घटना की जिम्मेदार उत्तराखंड सरकार होगी। अमित पांडेय ने सभी स्थानीय लोगों से नशा मुक्ति के खिलाफ उठाए कदम और श्वेता मासीवाल के समक्ष भविष्य में आने वाली चुनौतियों से निपटने के लिए साथ देने की अपील की है।