विनोद पनेरू, हल्द्वानी। सिर्फ निर्मल गंगा का नारा देकर व गंगा के समीप सफाई करके ही बात नहीं बनेगी। बल्कि गंगा की सहाक नदियों, गाड़ गधेरों को स्वच्छ करके ही पावन व निर्मल गंगा की बात सार्थक हो सकती है। यह बात चित्रशिला घाट में हर्डस संस्था पदाधिकारियों ने लोगों को सफाई का महत्व समझाते हुए व्यक्त की। उन्होंने घाट स्थल पर सफाई करने के साथ ही तुलसी के पौधे लगाए और कूड़ा नदी में जाने से बचाने को जैविक व अजैविक कूड़े के लिए अलग-अलग कूड़ेदान भी रखे।
स्पर्शगंगा अभियान के तहत हिमालयन एजुकेशनल रिसर्च एण्ड डवलपमेंट सोसायटी हर्डस द्वारा रानीबाग क्षेत्र में चित्रशिला घाट की सफाई की गई। साथ ही संस्था द्वारा जैविक एवं अजैविक कूड़ा निस्तारण के लिए काले, नीले व हरे रंग के लोहे के कूड़ादान भी लगाए गये।
गार्गी की ये पावन धारा निर्मल अविरल बहती रही और हमारा देश साफ सुथरा हो। इन भावनाओं को अभिव्यक्त करते हुए हर्डस के सदस्यों एवं युवाओं ने एमबीपीजी कालेज के राष्ष्ट्रीय सेवा योजना प्रभाारी डा. नीरज पंत एवं वीके जोशी के नेतृत्व में रविवार को चित्रशिला घाट पर सफाई अभियान चलाया। स्पर्श गंगा अभियान के तहत सफाई के दौरान पॉलीथिन को एकत्र किया गया एवं तुलसी के पौधे भी लगाए। हर्डस के सदस्यों द्वारा इस दौरान चित्रशिला घाट में आये लोगों को सफाई का महत्व भी बताया। इस अवसर पर हर्डस के सचिव प्रो. अतुल जोशी ने बताया कि गंगा की निर्मलता एवं स्वच्छता को बनाए रखने के लिए गंगा में मिलने वाली स्पर्श गंगाओं अर्थात सहायक नदियों, गाड़-गधेरे आदि को स्वच्छ रखना आवश्यक है। इस अवसर पर हर्डस के अध्यक्ष केके पाण्डेय, विनोद जोशी, ललित पंत, चारू तिवारी, ड. अखिलेश देव, केडी मलकानी के अलावा रासेयो के स्वयंसेवकों दिलीप, चारू, नीरज, सत्यम, दीपक, राकेश, हर्षित, जितेंद्र, सचिन, अमित, देवेश, पीयूष, हेम, खीमेश, कमल एवं शव यात्रा में आए प्रबुद्ध जनों ने भी सहयोग दिया।


Nice effort sir keep it up for our clean environment…
thanks,,,,,,,,,,,,,,