400 ई-नाम पोर्टल किसानों को दिलाएगा तत्काल भुगतान

ई-नाम पोर्टल किसानों को दिलाएगा तत्काल भुगतान

उत्तराखण्ड ऊधमसिंह नगर ताजा खबर
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फसल का उचित मूल्य निर्धारण को कृषि लैब स्थापित
रुद्रपुर। ई-नाम योजना का सही क्रियान्यन हुआ तो इससे काफर हद तक किसानों को तत्काल भुगतान के साथ ही फसल का उचित मूल्य भी मिलने लगेगा। मंडी निदेशालय के मुताबिक सरकार ने फसल का उचित मूल्य निर्धारण के लिए कृषि लैब की स्थापना भी कर दी है।

मंडी निदेशक धीराज गर्ब्याल
मंडी निदेशक धीराज गर्ब्याल

मण्डी निदेशक धीराज सिंह गर्ब्याल ने बताया है कि प्रधानमंत्री द्वारा वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने का संकल्प लिया गया है। इसके तहत ई-राष्ट्रीय कृषि बाजार की स्थापना की गई है तथा वर्ष 2018 तक देश के 585 कृषि बाजारांे को जोडे जाने का निर्णय लिया है। उन्हांेने बताया उत्तराखण्ड कृषि उत्पादन विपणन बोर्ड द्वारा केन्द्र सरकार के निर्देश पर प्रदेश की पांच मण्डी समितियों हरिद्वार, काशीपुर, गदरपुर, किच्छा व सितारगंज को जोड़ा गया है। उन्होंने बताया कि ई-नाम पोर्टल पर किसानों को उनकी फसल को तत्काल ई-भुगतान व्यवस्था के जरिये क्रय-विक्रय स्थल पर ही भुगतान किया जा रहा है। फसल का उचित मूल्य निर्धारण के लिए कृषि लैब की स्थापना की गई है तथा व्यापारियों को ई-बीडिंग के जरिये व्यापार कराया जा रहा है। गर्ब्याल ने बताया शीघ्र ही राज्य की 10 मण्डियों जसपुर, रुद्रपुर, बाजपुर, खटीमा, देहरादून, विकास नगर, रुडकी, ऋषिकेश व हल्द्वानी को ई-नाम योजना के अन्तर्गत जोड़ा जायेगा। उन्हांेने बताया ई-नाम को मजबूती के साथ लागू करने व परियोजना को बढ़ावा देने के लिये व्यापारियों को प्रोत्साहन स्वरूप उनके द्वारा भुगतान किये जाने वाले मण्डी शुल्क में 10 प्रतिशत की छूट दी जा रही है। प्रदेश के कृषि मंत्री सुबोध उनियाल द्वारा व्यापारियों को ई-नाम पोर्टल पर कारोबार किये जाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। इस प्रयोग से एक ओर किसानांे को लाभ मिलेगा साथ ही व्यापारी भी प्रोत्साहित होंगे जिससे ई-कृषि व्यापार बढ़ने के साथ ही मण्डी शुल्क में भी बढ़ोत्तरी होगी। उन्हांेने बताया किसानों को 10 प्रतिशत छूट प्रदान किये जाने का आदेश सभी ई-नाम की मण्डी समितियों को अनुपालन के लिए भेज दिया गया है।

 

कैसे उठाएं किसान लाभ
– किसान को सम्बंधित क्षेत्र की मंडी में जाकर वहां स्थापित कृषि लैब में अपनी उपज की गुणवत्ता की जांच करानी है। यहां मशीनों के जरिये फसल का दाम तय होगा और देश के किसी भी कोने का व्यापारी उस फसल को खरीद सकेगा। लैब में जांच व तौल होने के बाद मंडी किसान को तत्काल चेक या नगद धनराशि उपलब्ध करा देगी।

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