हल्द्वानी। पुलिस पर अपराधियों को संरक्षण देने का आरोप लगाते हुए भीमताल विधानसभा क्षेत्र के ग्राम बानना और ओखकांडा के ग्रामीणों ने एसएसपी कार्यालय में प्रदर्शन कर एसपी सिटी का घेराव किया। उन्होंने एक युवक के साथ हुई मारपीट और दूसरे युवक की मौत मामले में पीड़ित पक्ष का ही उत्पीड़न करने का आरोप लगाकर पुलिस की कार्य प्रणाली पर सवाल उठाए।
गुरुवार को पूर्व दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री हरीश पनेरूके नेतृत्व में भीमताल विधानसभा क्षेत्र के ग्राम बानना एवं ओखलकांडा के ग्रामीणों ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय हल्द्वानी में प्रदर्शन कर एसपी सिटी का घेराव कर पीड़ित परिवारजनों को न्याय दिलाने की मांग की। प्रदर्शन के दौरान ग्रामीणों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए कहा कि शासन प्रशासन सत्ता पक्ष के दबाव में आकर अपराधियों को संरक्षण दे रहा है। क्योंकि कमल कफलटिया के साथ मारपीट करने वालों को सजा दिलाने की बजाए उल्टा उन्ही के खिलाफ झूठा मुकदमा दर्ज कर लिया है। इसी तरह बानना भीमताल निवासी मनीष पलड़िया की मौत के कारणों की जांच पुलिस नहीं कर रही है। जबकि घटना को तीन माह होने जा रहे हैं लेकिन पुलिस प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारी कुछ नही कर रहे हैं। जिससे ग्रामीण जनता में आक्रोश है।
इस दौरान महिलाओं के गुस्से को शांत करने में पुलिस को काफी खरी-खोटी सुननी पड़ी। करीब दो घंटे घेराव के बाद पुलिस प्रशासन ने दस दिन की मोहलत मांगी जिस पर मामला शांत हुआ। इस दौरान सुशील भट्ट, कमल कफलटिया, खीमानंद पलड़िया, हिमांशु पलड़िया, राधिका देवी, नवीन चन्दोला, सरस्वती चन्दोला, ललिता देवी सहित तमाम ग्रामीण मौजूद थे।