हल्द्वानी। आने वाले समय में हल्द्वानी-काठगोदाम मार्ग का नजारा बदला-बदला सा नजर आएगा। मंगल पड़ाव से लेकर काठागोदाम तक नैनीताल हाईवे किनारे सदाबहार बेलदार फूलों का नजारा देखने को मिलेगा। इससे स्थानीय लोगों के साथ ही पर्यटकों में हल्द्वानी शहर के प्रति आकर्षण बढ़ेगा। प्रशासन ने इस दिशा में कदम बढ़ा लिए हैं।
मंगलपड़ाव से काठगोदाम तक मुख्य मार्ग के दोनों ओर तथा सरकारी विभागों की चाहरदीवारी के साथ ही निजी भवनांे की चाहरदीवारी और पार्कों पर बेलदार फूल लगाये जायेंगे। इस सम्बन्ध में कैम्प कार्यालय में आयुक्त दीपक रावत की अध्यक्षता में उद्यान, नगर निगम एवं प्राधिकरण के साथ बैठक की। सीएचओ उद्यान डा. रजनीश सिंह ने प्रजेंटेशन के माध्यम से बताया कि बेलदार फूलों में अलमिन्डा, मधुमालती, मंडेविला, गुलमोहर, बोगेनविलिया, कैटस क्लॉ, पैंशन फ्लावर, कलेटिक्स, रात की रानी, गर्लिक बेल तथा क्रस्ट क्रीपर/पददा बेल लगाये जा सकते हैं, जो सदाबहार बेल के साथ ही महकदार भी हैं।
आयुक्त रावत ने बताया कि मंगलपड़ाव से काठगोदाम तक बेलदार फूल लगने से हल्द्वानी शहर की एक अलग पहचान मिलेगी। उन्होंने कहा देश विदेश के पर्यटकों का आवागमन हल्द्वानी शहर से होता है। यह शहर पयर्टकों के साथ ही आमजनता के लिए आकर्षण के केन्द्र बनेगा। उन्होेंने उद्यान विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि मानसून समाप्त होने से पूर्व फूल लगा दिये जाएं। इसके लिए योजना की डीपीआर शीघ्र प्रस्तुत करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि फूल के पौधे उन्ही पार्कों पर लगाये जायेंगे जिनका रखरखाव नगर निगम या अन्य कोई संस्था करती है। उन्होंने कहा मंगलपड़ाव से काठगोदाम के मध्य जिन लोगों की चाहरदीवार मुख्य मार्ग पर हैं वहां भी इस प्रकार के पौधे लगाये जायेंगे। उन्होंने उद्यान विभाग के अधिकरियों को निर्देश दिये कि जो संस्था फूल लगाएएगी रखरखाव का जिम्मा भी उसी का होगा।
बैठक में नगर आयुक्त विशाल मिश्रा, सचिव विकास प्राधिकरण विजयनाथ शुक्ल, संयुक्त निदेशक उद्यान डा. बृजेश कुमार, सीएचओ डा. रजनीश सिंह आदि मौजूद थे।

